स्मारक के संस्थापक एकनाथजी रानडे का जीवन हमें इस बात के लिए प्रेरित करता है कि जीवन में कठिनाइयों के सामने कभी झुकना नहीं है और एक से एक जुड़ते हुए संगठन बनाते हुए आगे बढ़ते जाना है यही विचार आज पूरे देश में विवेकानंद केन्द्र विवेकानन्द शिला स्मारक के 50 में वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर प्रचारित प्रसारित कर रहा है उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के प्रकाशन समिति के सदस्य तथा राजस्थान साहित्य अकादमी के सदस्य श्री उमेश कुमार चौरसिया ने शिला स्मारक के संपर्क अभियान के अवसर पर सीनियर सिटीजन ग्रुप 3 की बैठक में व्यक्त किए।
अध्यात्मा प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र द्वारा अजमेर के जियालाल टीटी कॉलेज में उठो जागो युवा प्रतियोगिता के आयोजन के दूसरे चरण में एक दिवसीय युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस युवा सम्मेलन में 80 युवक-युवतियों ने सहभागिता की।
Vivekananda Kendra Gratefully Remembers and Invites the Hundreds and T
महान आत्माओं का परिचय उनके कार्य से ही पता चलता है। जगत के हित के लिए किया गया कार्य ही आत्मा का मोक्ष होता है। बल संख्या या अर्थ से नहीं आता है बल्कि बल आत्मा से ही आता है। शक्ति का एकमात्र स्रोत आत्मा है। जीवन का पाठ कंठस्थ करने से नहीं बल्कि जीवन में उसे उतारने से याद होता है। स्वामी विवेकानन्द ने ईसाई व इस्लाम का गहन अध्ययन किया। रिलीजन का अनुसाद धर्म नहीं है।
जोधपुर, 12 सितम्बर : विवेकानन्द केन्द्र हिन्दी प्रकाशन विभाग की ओर से साहित्य से निर्मित “साहित्य राजा श्रीगणेश” की प्रतिमा का अनंत चतुर्दशी को विसर्जन किया गया। उल्लेखनीय है कि इस साहित्य राजा की प्रतिमा को बनाने के लिए “कर्मयोग” नामक पुस्तिका के 50 प्रतियों तथा एक केन्द्र भारती मासिक पत्रिका का उपयोग किया गया था।
अजमेर विभाग में गुरूपूर्णिमा के कुल तीन कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिनमें 192 की उपस्थिति रही। अजमेर शाखा का गुरु पूर्णिमा उत्सव माहेश्वरी सेवा समिति भवन कृष्णगंज अजमेर में 16 जुलाई को आयोजित किया गया। इस उत्सव में प्रांत विभाग नगर एवं विस्तार के कुल 43 कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की। कार्यक्रम में भजन संध्या के आयोजन के पश्चात् माननीय निवेदिता दीदी का पत्र वाचन संपर्क प्रमुख सविता शर्मा ने किया।
Vivekananda Kendra Kanyakumari, Rajasthan organized fifth International Day Of Yoga on 21st June 2019 at 37 places of Rajasthan, in which 6,471 people participated. The programs have been arranged in four Vibhag of Vivekananda Kendra Kanyakumari, Rajasthan.
दिनांक 31-मई को पुराना छतरी योजना उद्यान, अजमेर में चल रहे विवेकानन्द केन्द्र के योग सत्र का समापन हुआ। आज अधिकांश व्यक्ति युवाअवस्था में ही हाइपरटेंशन, मधुमेह, कमरदर्द, हृदयरोगों से ग्रस्त होता जा रहे हैं। रोगों पर हुए आधुनिक शोधों से यह सिद्ध हो चुका है कि ये सभी साइकोसोमेटिक रोगों की श्रेणी में आते हैं जिनसे मुक्ति केवल योग द्वारा ही संभव है।