जोधपुर, 12 सितम्बर : विवेकानन्द केन्द्र हिन्दी प्रकाशन विभाग की ओर से साहित्य से निर्मित “साहित्य राजा श्रीगणेश” की प्रतिमा का अनंत चतुर्दशी को विसर्जन किया गया। उल्लेखनीय है कि इस साहित्य राजा की प्रतिमा को बनाने के लिए “कर्मयोग” नामक पुस्तिका के 50 प्रतियों तथा एक केन्द्र भारती मासिक पत्रिका का उपयोग किया गया था। जिस तरह इस प्रतिमा को साहित्य से निर्मित किया गया उसी तरह इसका विसर्जन भी अनोखे ढंग से किया गया। प्रतिमा के उपयोग में लायी गई पुस्तकों को लोगों को वितरित कर इसका विसर्जन किया गया। विसर्जन यानी विशेष ढंग से जिसका सृजन होता है।
ज्ञात हो कि इस साहित्य राजा गणपति की ग्यारह दिनों तक नित्य पूजा-अर्चन होता रहा। इस अवसर पर केन्द्र के कार्यकर्ता साहित्य राजा के दर्शन के लिए आते रहे। 10 सितम्बर को सत्यनारायण की कथा का आयोजन भी किया गया, वहीं 7 सितम्बर को भजन संध्या का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।