विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा पटना के प्रांगण में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक भव्य उत्सव का आयोजन किया गया। इस आध्यात्मिक समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से आए गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ आदरणीय रामकृपाल जी द्वारा शांति पाठ और एक ओंकार मंत्र के उच्चारण से हुआ, जिससे वातावरण में एक दिव्य शांति का संचार हुआ। इसके पश्चात् श्री गुरु स्तोत्र एवं अखंड मंडलाकारन का पाठ किया गया, जिससे आध्यात्मिक चेतना का स्तर और भी ऊँचा उठा।
केंद्र के सह संचालक श्री अशोक जी ने इस अवसर पर पूज्य एकनाथ जी की साधना और विवेकानंद केंद्र की स्थापना के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने केंद्र द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी भी उपस्थित लोगों को दी।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी आदरणीय श्री अश्विनी जी ने गुरु पूर्णिमा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानवता, देश और राष्ट्र के प्रति हमारी चेतना और संस्कृति हमारे जीवन में जिस मार्ग पर चल रही है, उसकी एक प्रतिकृति है।
कार्यक्रम के अंत में श्री राहुल जी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया और मारुति दीदी द्वारा शांति मंत्र के साथ समारोह का समापन हुआ।
विशेष उपस्थिति:
- मुख्य वक्ता का परिचय: विवेकानंद केंद्र के उत्सव प्रमुख आदरणीय ओम रंजन जी द्वारा किया गया।
- अन्य गणमान्य व्यक्ति: प्रांत व्यवस्था प्रमुख आदरणीय ज्ञानेश्वर जी, पटना नगर संचालक आदरणीय शिखा दीदी, नगर प्रमुख आदरणीय अरविंद करण जी, आदरणीय सुभाषिनी दीदी एवं युवा प्रमुख आदित्य जी।
इस पावन उत्सव में कुल 57 लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।