विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी पटना विभाग द्वारा 2 स्थान पर गुरुपूजन और मातृ-पूजन कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रथम कार्यकर्म पटना शाखा द्वारा दिनाँक 8 जुलाई 2023 दिन शनिवार को स्थानीय कमला नेहरू शिशु विद्यालय पाटलिपुत्रा कॉलोनी में गुरु पूर्णिमा सफ्ताह के अंतर्गत गुरुपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया । सह नगर संचालक अशोक अखौरी जी ने गुरु शिष्य की परम्परा पर प्रकाश डालते हुए कहा की चाणक्य कहते थे की शिक्षक साधारण नहीं होता प्रलय और निर्माण उसकी गोद में खेलते हैं प्राचीन परम्परा में गुरुकुल की व्यवस्था के साथ गुरु शिष्यों का मार्ग प्रशस्त करते थे और आज वर्तमान में शिक्षक विद्यालय में बच्चोँ को चरित्र निर्माण का पाठ पढ़ा कर सही गलत का अर्थ , जीवन को सही
दिशा में ले जाने का मार्ग पढ़ाई के साथ साथ बता रहें । शिक्षक कैरियर के साथ साथ चरित्र निर्माण का ज्ञान दे रहें है बच्चोँ के द्वारा शिक्षकों का सम्मान होना अपने आप में गौरव की बात होती आगे उन्होने केन्द्र का परिचय देते हुए विवेकानन्द केन्द्र से जुड़ने का अव्हान किया। साथ नियमित सफ्ताहिक
संस्कार वर्ग प्रारम्भ करने का भी बताया। उपस्थित शिक्षकों का पूजन विद्यार्थी द्वारा किया गया। जिसमें 21 शिक्षक के साथ 175 के आस-पास विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन
उप प्राचार्य मिश्रा जी द्वारा किया गया।
द्वितीय कार्यक्रम दिनाँक 15 जुलाई 2023 दिन रविवार को विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा गया की ओर से मातृ पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम गया शाखा द्वारा पहली बार आयोजित किया गया । इसमें 17 बच्चों ने भाग लिया। बच्चो ने अपनी माता का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।कुछ
बच्चोंके पिता भी उपस्थित थे। उन बच्चों ने माता-पिता दोनों का पूजन किया। पटना विभाग संगठक धर्मदास जी के द्वारा यह पूजन विधि कराई गई। मुख्य अतिथि के रूप में संघ से जुड़े दायित्वान कार्यकर्ता श्री कुंदन प्रकाश ने मातृ पूजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माता पिता का स्थान हमारे जीवन में भगवान से भी पहले हैं। भगवान गणेश जी की सर्वप्रथम पूजा क्यों होती है इस पर
प्रकाश डाला। उन्होंने शिवाजी की कहानी को बच्चों के सामने प्रस्तुत करते हुए, बताया की किस तरह उन्होंने अपनी माता के इच्छा पर एक रात में मुगलों के झंडे को अपने दुर्ग से उतार फेंक । आज के व्यस्त जीवन में भी कुछ समय हमें अपने मां पिता केलिए अवस्य ही निकलना चाहिए । वह खुद भी इस कार्यक्रम से काफी प्रभावित थे। पटना विभाग संगठन धर्मदास जी माताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपने बच्चों को कमजोर बनाने के बजाय उन्हें देशभक्त और संस्कारी बनाएं। संस्कार वर्ग में भेजकर उनके व्यक्तित्व को निखारने दे । शांति मंत्र से कार्यक्रम का समापन हुआ ।इस कार्यक्रम में केंद्र के कई कार्यकर्ताओं ने भाग लिया ।कुल 44 लोगों की उपस्थिति रही।