विवेकानंद केंद्र जोधपुर द्वारा आयोजित योगिक डीटाक्स कार्यशाला में 33 सहभागियों ने सहभाग कर लाभ प्राप्त किया। केंद्र के योग प्रमुख पंकज व्यास ने बताया कि योग प्रशिक्षक प्रेम रतन सोतवाल ने उपस्थितों को जलनेति, सूत्रनेति और वमन धौति के अभ्यास के शरीर और मन पर प्रभाव और इन क्रियाओं को करने की शास्त्र-शुद्ध पद्धति से अवगत और अभ्यास कराया। इन योगिक शुद्धिकरण क्रियाओं से श्वसन, पाचन तंत्रों से हानिकारक विषैले तत्व निकल जाते हैं और तन और मन स्वस्थ होकर अनेक बीमारियों से मुक्त हो सकने मे सहायता प्राप्त होती है। विशेषकर श्वसन और पाचन संबंधी जो पूरे शरीर को प्रभावित करती हैं। यह क्रियाएं सप्ताह में एक बार नियमित करने की सलाह दी गई । विनित कपूर ने अभ्यास से शरीर में हलकापन का अनुभव आया ऐसा कहा। राज भूतडा ने कहा वे जल नेति नियमित करती हैं और उन्हे बहुत लाभ होता है। मनीष राठोर ने सूत्रनेति पहले ही अभ्यास में सफलतापूर्वक कर ली और उनका भी अच्छा अनुभव रहा। अनुराधा वर्मा, गौरव शर्मा, प्रदीप माथुर, प्रिया अग्रवाल, रवि गुप्ता, प्रकाश भाटी, अंबालाल जी ने भी अभ्यास किया और बहुत लाभप्रद बताया। अभ्यास के पश्चयात सहभागियों ने दीर्घ शवासन का अभ्यास किया। आगामी रविवार को खान-पान पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया है।