विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी, शाखा - शिमला द्वारा गीता जयंती के उपलक्ष्य में परिवार मिलन एवं बच्चों द्वारा चित्र बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे कुल उपस्थिति 27 की रही। इस कार्यक्रम में बच्चों द्वारा श्रीकृष्ण का चित्र बनाया गया। जिसमें उन्हें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरूस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में बच्चों और उनके माता -पिता के बीच खेल एवं भजन हुए । अंत में केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता श्री बलवीर कुशवाह जी द्वारा मार्गदर्शन किया गया उन्होंने भगवदगीता के श्लोक
यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जनः।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते।। 3.21।।
पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जैसा जैसा श्रेष्ठ (बड़ा) व्यक्ति करेगा , समाज के अन्य वर्ग वैसा उनका अनुसरण करते है। इसलिए परिवार, समाज, या अन्य स्थान के श्रेष्ठ व्यक्तियों को इस बात को ध्यान रखकर अपने आचरण व्यवहार करना चाहिए। हमारे जीवन में जब भी समस्या आए अपने से श्रेष्ठ व्यक्तियों से अवश्य मार्गदर्शन लेना चाहिए । जिस तरह अर्जुन ने अपने श्रेष्ठ मित्र श्री कृष्ण को अपनी समस्या बताई। तो उन्होंने गीता के रूप में अर्जुन को मार्गदर्शन किया।
अंत में कार्यक्रम में केंद्र की वरिष्ठ कार्यकर्ता श्रीमती पुनिता शर्मा, सह नगर प्रमुख श्री मुनीष शर्मा द्वारा बच्चों को को पुरूस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ।