ग्वालियर। स्वामी विवेकानन्द की 153 वी जयंती के अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा – ग्वालियर द्वारा “विवेक सन्देश” महोत्सव आयोजित किया गया। जिसमे युवाओ ने स्वामी विवेकानन्द के विचारो एवं जीवन से स्वयं प्रेरित होकर अपने मित्र बंधुओ को भी प्रेरित किया । केंद्र द्वारा यह कार्यक्रम 5 चरणों में ग्वालियर नगर के प्रमुख स्थानों पर आयोजित किया गया। पहला कार्यक्रम शा. महारानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय में 11 जनवरी को हुआ , जिसमे महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ.सुशीला माहौर जी एवं मनोविज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. नीरा श्रीवास्तव जी ने उद्घाटन किया।
स्व को राष्ट्र सेवा में अर्पित कर देने से ही जीवन की सार्थकता बनेगी व इस भाव से कार्य करना ही सद्गुण हैI उक्त उद्गार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय महासचिव श्री भानुदास जी ने धार शाखा द्वारा आयोजित समिधा वर्ग (दिनांक 12/11/2015) में व्यक्त कियेI कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा की राष्ट्र सेवा का कार्य परम पुनित कार्य हैI तथा जो इस पथ पर चलता है सफलता स्वत: ही उसके कदम चूमती हैI उन्होंने स्वामी जी एवं एकनाथ जी के चरित्र से सीखने का आव्हान करते हुए उपस्थित कार्यकर्ताओ को राष्ट्र सेवा के यज्ञ में स्वयं को समिधा बनाकर समर्पित करने की प्रेरणा भी समझ
विवेकानंद केंद्र के संस्थापक मा. एकनाथजी रानडे इनका १०० वा जन्म दिवस १९ नवम्बर २०१४ से चल रहा है, इस पर्व को केंद्र मा. एकनाथजी जन्म शती पर्व के नाम से मना रहा है। अतः इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र राजेंद्र नगर विस्तार में परिपोषक सम्मलेन का आयोजन किया गया। सम्मलेन में मुख्य रूप से विवेकानंद केंद्र के माननिय प्रान्त प्रमुख श्री भवरसिंह राजपूत व माननिय प्रान्त संचालक श्री मनोहर देव उपस्थित थे। श्री राजपूत जी ने मुख्य उद्बोधन में परिपोषक योजना की संकल्पना को स्पष्ट करते हुए बताया की भारत यह राष्ट्र के रूप में खड़ा होना है अतः उसके लिए मा.