विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में कृषि महाविद्यालय इंदौर में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा इंदौर के तत्वाधान में “नया भारत गढ़ों” विषय पर स्वामी परमात्मानंद गिरीजी महाराज ने विचार व्यक्त किये स्वामी जी ने बताया की सनातन धर्मं ही हिन्दू धर्मं है। सनातन धर्मं के अनुसार ही सबको चलना पड़ेगा। हिन्दू धर्मं कभी संकुचित नहीं रहा यह तो विरोधियो द्वारा फैलाया गया भ्रम हे यह हमें समजना है। हिन्दू जीवन दृष्टि विश्व की व्यापक दृष्टि है। किसी भी शास्त्र में छुआछुत की बात नहीं लिखी, शास्त्र में पवित्र और अपवित्र का उल्लेख है। धर्मं पर अटूट विश्वास ही विवेकानंद जी का विशेष आग्रह था, सभी को संस्कृत पढ़ना चाहिए। श्रमिकों का राष्ट्रीयकरण करना होगा, तब नया भरत गढ़ने का स्वप्न साकार होंगा।
केंद्र के प्रान्त पर्व प्रमुख श्री रामभुवन सिंह कुशवाह जी ने केंद्र कार्य के लिए आहवाहन किया तथा मा. प्रान्त संचालक श्री मनोहर देवा जी ने आभार प्रकार किये। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रोफेसर और युवओं ने भाग लिया।