स्वामी विवेकानन्द जी का व्यक्तित्व काफी निर्मल, निर्भीक एवं क्रांतिकारी था। जिसमें एक साथ संत की पावनता ,शेर की निर्भीकता एवं निर्माण के शंखनाद विद्यमान थे। मूलतः यही कारण है कि विवेकानन्द का स्मरण मात्र से उनके बहुमुखी व्यक्तित्व साकार हो उठता है। स्वामी जी अपने युग के सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वमान्य समाज सुधारक के रूप में जाने जाते हैं। अपनी जनता के प्रति भारतीय वांग्मय स्वामी विवेकानन्द जी की तरह जनता को असीम प्यार एवं स्नेह करने वाला और सही दिशा-निर्देश देने वाला कोई ऐसा समाज सुधारक नहीं हुआ ।
विवेकानन्द जिनका वास्तविक नाम नरेन्द्र था। इनका जन्म कोलकाता के सुविख्यात एवं प्रतिष्ठित परिवार में 12 जनवरी 1863 ई. मकर संक्रांति के दिन हुआ। विश्व में भारतीय संस्कृति को पहचान और गौरवान्वित करने वाले युग प्रवर्तक एवं युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती शुक्रवर, 12 जनवरी 2024 को केन्द्र के सभी दायित्वान कार्यकर्ताओं द्वारा बड़ी ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी,शाखा पटना द्वारा स्वामी विवेकानन्द की 161वी जयंती मनाई गई। केन्द्र द्वारा नगर के महाविद्यालय, चौक ,चौराहे,पार्क, मॉल, गली, मोहल्ला, दुकान, मंदिर,केन्द्र कार्यालय,अस्पताल, कचहरी सभी स्थानों पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए।
केन्द्र द्वारा महाविद्यालयों जैसे- T.R.T.C पाटलिपुत्र में मुख्य वक्ता केन्द्र के कार्यकर्ता पंकज जी रहे, उन्होंने युवाओं के समक्ष विवेकानन्द के सपनो के भारत पर प्रकाश डाला,G.D विमेंस कॉलेज में आ. अजीत मिश्रा जी केन्द्र कार्यकर्ता ने सफलता और युवा विषय पर मार्गदर्शन दिया ।
विभिन्न विद्यालयों में आ.अशोक अखौरी जी द्वारा वक्ता के रूप में मार्गदर्शन किया गया। कोचिंग संस्थानों में आ.अरविन्द वर्मा जी ने आज का युवा कल का भारत विषय पर मार्गदर्शन किया । मुख्य रूप से पटना शाखा द्वारा साहित्य सेवा एवं पुष्पांजलि का कार्यक्रम सचिवालय के मुख्य द्वार पर दोपहर में 01.30 से 04.30 बजे आयोजन किया गया। सचिवालय पर साहित्य सेवा स्टॉल लगाने का उद्देश्य उस तपके के लोगों को समाज के कार्य से जोड़ना था जो अपने में ही खोया है, उसको ये ज्ञात कराना की समाज और राष्ट्र के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी महत्वपूर्ण है, लगभग 125 से अधिक नगर के गणमान्य जनो आज पुष्पांजलि की साथ हि साहित्य सेवा का लाभ लिया। साहित्य सेवा सह पुष्पांजलि कार्यक्रम का समापन सामूहिक वन्देमातरम् एवं भारत माता उद्घोष से किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से बिहार -झारखण्ड प्रांत प्रमुख आ.सुधीर कुमार अम्बष्ठ एवं नगर सह संचालक अशोक अखौरी जी उपस्थित रहे।
प्रात: से संध्या तक 55-60 स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमो में पुष्पांजलि के साथ गोष्ठियां भी आयोजित की है। जिसमें कम से कम 21 केन्द्र की मासिक पत्रिका से जुड़े। सदस्यों द्वारा भी अपने परिवारों में पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इन सभी कार्यक्रमों में नगर के लगभग 1100 से अधिक सदस्यों की उपस्थिति रही। 30-31 कार्यकर्ताओं द्वारा इन सभी कार्यक्रमों में सहयोग प्रदान किया गया एवं उनकी भूमिका महत्पूर्ण रही