विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी, गुजरात प्रान्त के जनजाति सेवा प्रकल्प द्वारा 1 अप्रैल से 10 अप्रैल 2025 तक, महिसागर जिले के संतरामपुर तहसील के ग्राम उखरेली में 10 दिवसीय योग सत्र का आयोजन किया गया। प्रतिदिन प्रातः 8:30 से 9:30 तक आयोजित इस सत्र में विशेष रूप से जनजाति क्षेत्रों में कार्यरत आनंदालय की आचार्य बहनों और प्रबंधकों की नियमित उपस्थिति रही। योग सत्र में योग के विभिन्न आयामों जैसे – आसन, प्राणायाम, ध्यान और योगिक जीवनशैली के मूल्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया। चर्चा, खेल और संवाद के माध्यम से विषयों को रोचक एवं प्रभावी रूप में समझाया गया।
इस सत्र के अंत में सहभागियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यह सत्र उनके लिए आत्मिक विकास का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना। सभी ने योग को अपने दैनिक जीवन में अपनाने की प्रेरणा प्राप्त की। इस अवसर पर श्री निर्मलभाई पराड़कर (प्रान्त व्यवस्था प्रमुख) और श्री हितेशभाई जोशी (सह-संयोजक, संतरामपुर) ने विशेष मार्गदर्शन प्रदान किया। इनके अतिरिक्त श्री भरत विवेकजी (वडोदरा विभाग प्रवासी कार्यकर्ता), श्री वनराजभाई दसुंदी (आनंदालय प्रशिक्षण प्रमुख), श्रीमती सुष्माबेन पराड़कर (भजन संध्या प्रमुख, वडोदरा नगर) और श्री कमलेशभाई जे. चौहान (आचार्य, कोबा फलिया, वर्ग बेणदा प्राथमिक शाला) की भी विशेष उपस्थिति रही।
इस आयोजन में कुल 39 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें 18 आचार्य बहनें, 9 भाई, 5 कार्यकर्ता और 7 विशेष अतिथि शामिल थे। यह योग सत्र न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी सिद्ध हुआ, बल्कि सेवा, संयम और समर्पण के मूल्यों को सुदृढ़ करने में भी सहायक रहा।