वेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा भागलपुर के तत्वाधान में विश्व बंधुत्व दिवस कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय आनंदराम ढाँढनिया सरस्वती विद्या मंदिर में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंगलाचारण शांति पाठ से हुआ।
मुख्य अतिथि न्यायधीश,भागलपुर शिव गोपाल मिश्र जी ने कहा ईश्वर को किसने देखा है? सुक्ष्म चीजें दिखती नहीं है महसूस करने की आवश्यकता है। मनुष्य स्वयं को चैतन्य की ओर ले जाए, मनुष्य यदि स्वयं को जिस कार्य हेतु रमा देते हैं अर्थात परमात्मा में रमते हैं तो परमात्मा में खो जाते हैं यदि राष्ट्री में रमते हैं तो राष्ट्रीयता उनमें कूट कूट कर भरी जाती है मनुष्य सिर्फ अपने आप पर विश्वास रखें।
महासचिव भानुदास जी ने कहा कि मनुष्य की केवल मनुष्यों की आवश्यकता है किंतु आवश्यकता है वीर्यवान , तेजस्वी ,श्रीसंपन्न और पूर्ण प्रमाणित नव युवकों की वह सिंह के समान पूरी समस्या को हल कर देंगे तुम सब अपने में यह विश्वास रखो कि प्रत्येक आत्मा में अनंत शक्ति विद्यमान है यदि सफलता प्राप्त नहीं कर पाता तो उसे पूरा करने के लिए कोई अन्य आएगा और मुझे संघर्ष करते रहने में ही संतोष प्राप्त होगा हमें भारत में बसने वाली सभी जातियों के अंदर प्रवेश करना होगा इसलिए आओ हम एक महान देश को अपनाएं।
उन्होंने उपनिषद के बारे में बताते हुए कहा कि उपनिषदों में ऐसी प्रचूर शक्ति विद्यमान है कि वह समस्त संसार को तेजस्वी कर सकते हैं। अथवा स्वाधीनता ,दैहिक स्वाधीनता, मानसिक स्वाधीनता ,अध्यात्मिक स्वाधीनता यही उपनिषदों का मूल मंत्र है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रांत संपर्क प्रमुख डॉ विजय वर्मा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा की भारत को यदि जीवित रहना है और प्रगति करते हुए अपनी खोई हुए गौरव को प्राप्त करना तो अपनी राष्ट्रीय समस्याओं का हल स्वामी विवेकानंद में ही ढूंढना होगा स्वामी विवेकानंद अपने जीवन और संदेश के माध्यम से पूरे विश्व में 1 युवाओं पर उपस्थित किया है जिसे पूर्ण रूप से विकसित होने में संभवत शताब्दी लग जाएगी।
कार्यक्रम संचालन नगर प्रमुख मिहिर मोहन मिश्र द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यकर्ता सौरभ किशोर सहाय ने किया। कार्यक्रम में नगर के विभिन्न संगठनों एवं गणमान्य(प्रबुद्ध वर्ग) जनों सहित 175 आस-पास उपस्थिति रही।