विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा, रांची ने 11 सितंबर, 2024 को शहर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के विचारों को युवाओं तक पहुंचाना और उन्हें भारतीय संस्कृति एवं दर्शन के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम स्थल और मुख्य अतिथि:
- डोरन्दा महाविद्यालय: इस कार्यक्रम में लगभग 120 लोगों ने भाग लिया। मुख्य वक्ता के रूप में कुटुंब प्रबोधन रांची के माननीय सुनील बर्नवाल और मुख्य अतिथि के रूप में डोरन्दा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजकुमार शर्मा उपस्थित रहे।
- केन्द्रीय विश्वविद्यालय झारखंड: इस कार्यक्रम में लगभग 90 लोगों ने भाग लिया। मुख्य वक्ता के रूप में साहित्यकार एवं कृषि नीति विज्ञानिक डॉ. शशांक कुलकर्णी उपस्थित रहे।
- ICFAI विश्वविद्यालय रांची: इस कार्यक्रम में लगभग 80 लोगों ने भाग लिया। मुख्य वक्ता के रूप में झारखंड के सहायक पुलिस महानिदेशक आर.के. मल्लिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की झलक:
सभी कार्यक्रमों की शुरुआत शांतिपाठ से हुई। इसके बाद प्रस्तावना और सामूहिक गीत के माध्यम से वातावरण को सकारात्मक बनाया गया। कार्यक्रम के दौरान IGNITED YOUTH FORUM में निबंधन हेतु QR CODE का विमोचन किया गया। मुख्य वक्ताओं ने स्वामी विवेकानंद के 1893 में शिकागो भाषण के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार स्वामी जी का जीवन विज्ञान और अध्यात्म को एक साथ जोड़ने का संदेश देता है। साथ ही, उन्होंने भारतीय दर्शन और संस्कृति के अंतर्गत व्याप्त वैश्विक भ्रातृत्व पर भी प्रकाश डाला।
अंत में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा, रांची द्वारा आयोजित इन कार्यक्रमों ने युवाओं में स्वामी विवेकानंद के विचारों के प्रति गहरी रुचि जगाई है। इन कार्यक्रमों से युवाओं को भारतीय संस्कृति और दर्शन के प्रति जागरूक होने में मदद मिलेगी।