विवेकानन्द शिला स्मारक एवं विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, में साल में दो बार अध्यात्म प्रेरणा शिविर का आयोजन फरवरी और अगस्त में किया जाता है। फरवरी 2024 में अध्यात्म प्रेरणा शिविर 21 से 28 फरवरी, 2024 तक कन्याकुमारी के विवेकानन्दपुरम परिसर में हुई। शिबिर में 28 भाइयों और 52 बहनों सहित पूरे भारत से कुल 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया। विवेकानन्द केन्द्र के दो अखिल भारतीय अधिकारियों ने पूरे शिविर का मार्गदर्शन किया।
शिविर अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओँ में अलग-अलग आयोजित किया गया, शिविर में योगासन और प्राणायाम के अध्ययन और अभ्यास, योगिक विश्राम विधियों, जप और ध्यान की तकनीकों के साथ-साथ योग दर्शन, भगवद गीता के अध्ययन, एवं भारतीय संस्कृति वाला एक व्यापक पाठ्यक्रम शामिल था। शिविर का उद्देश्य प्रतिभागियों के पांच स्तरीय विकास (शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक) करना था।
शिविर की शुरुआत 21 फरवरी की शाम को एक भावपूर्ण भजन संध्या के साथ हुई, जिससे पूरे शिविर में एक शिविर अनुकूल वातावरण बन गया। 21 फरवरी को उद्घाटन सत्र के दौरान, विवेकानन्द केन्द्र की संयुक्त महासचिव मननीय रेखा दीदी ने कन्याकुमारी की पवित्र भूमि के महत्त्व के बारे में बतये, जिससे प्रतिभागियों को स्थान के आध्यात्मिक महत्व के बारे में समझ समृद्ध हुई।
शिविर के पहले 3 से 4 दिन प्रार्थना, मंत्र, गीत, भजन आदि सीखने पर केंद्रित रहा, जो लीड और फॉलो विधि का उपयोग करके सिखाए गए थे। सभी प्रतिभागी इन्हें सही उच्चारण और धुन के साथ सीखने में सक्षम थे। बौद्धिक सत्रों में उपनिषदों का संदेश, आनंद मीमांसा, भक्ति योग, कर्म योग, भारतीय संस्कृति, स्वामी विवेकानन्द, मननीय श्री एकनाथजी रानाडे, विवेकानन्द शिला स्मारक की प्रेरक कहानी और केन्द्र प्रार्थना से संबंधित विषयों को शामिल किया गया। इन सत्रों को प्रतिभागियों को उनकी आत्म चेतना का एहसास करने और इसे व्यक्ति से परिवार तक, परिवार से समाज तक, समाज से राष्ट्र तक, राष्ट्र से विश्व तक और संपूर्ण ब्रह्माण्ड तक विस्तारित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
शिबिर के दौरान, प्रतिभागियों ने विवेकानन्द शिला स्मारक - एक मध्य समुद्र स्मारक, गोंगोत्री, 'वांडरिंग मॉन्क' सचित्र प्रदर्शनियाँ, और रामायण दर्शनम और भारत माता सदनम का भी दर्शन किया। उन्होंने विवेकानन्दपुरम समुद्र तट पर सूर्योदय का भी आनंद लिया, जो एक स्फूर्तिदायक अनुभव प्रदान करता है।
कुल मिलाकर, अध्यात्म प्रेरणा शिविर ने प्रतिभागियों के लिए एक अनूठा और परिवर्तनकारी अनुभव प्रदान किया, जिससे उन्हें अपने आध्यात्मिक सार की खोज और बनाये रखने में सुविधा करेगी।