"विजेता कभी हिम्मत नहीं हारते" : दीपक खैरे
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी जोधपुर विभाग की ओर से आयोजित वर्चुअल कार्यशाला "हिम्मत कभी ना हारो" को संबोधित करते हुए जीवनव्रति दीपक खैरे ने कहा कि सपने राजाओं की तरह सामाजिक और राष्ट्रीय हित में देखना चाहिए, भिखारियों की तरह मात्र व्यक्तिगत हित मे नहीं । सपने साकार करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहें हिम्मत कभी ना हारे । विजेता कभी प्रयत्न छोड़ते नहीं, जो प्रयत्न छोड़ते हैं वह विजेता होते नहीं ।
उन्होंने आगे कहा कठिनाइयों, गलतियों, विलंब से हतोत्साहित न हों, कठिनाइयों को अवसर में बदलें। योजनाएं बदलें पर ध्येय ना बदलें। सकारात्मक विचारों और साथियों के साथ रहें, निषेधात्मक विचारों और लोगों से दूर रहें।
इस वर्चुअल कार्यशाला की संयोजिका विश्वा शर्मा ने बताया कि इस कार्यशाला में 55 लोग सहभागी हुए। जीवन की समस्याओं को सुलझाने वाली ऐसी प्रेरक कार्यशालाओं का नियमित आयोजन करने का अनेक सहभागियों ने आग्रह किया। अगली कार्यशाला 22 अगस्त को होगी।
कार्यक्रम का संचालन लिच्छा राम ने किया और कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रेमरतन सोतवाल,मगराज चौधरी, हरि का योगदान रहा।