विवेकानन्द केंद्र की बिहार-झारखण्ड प्रान्त के आयाम प्रमुखों एवं जनजाति प्रमुखों के बैठक दिनांक 7 June 2015 को टाटा नगर के पास गम्हरिया में आयोजित किया गया | बैठक तीन ओंकार से 11 बजे प्रारंभ हुई | बैठक में कोल्हान (उत्तरी छोटा नागपुर ) क्षेत्र की चुनी हुई 4 जनजाति के प्रमुख और आयाम प्रमुख उपस्थित थे| बैठक का सञ्चालन विवेकानन्द केंद्र शाखा चांडिल के संयोजक डॉ. मनोज ने किया | सभी के परिचय के पश्चात सम्पूर्ण बैठक की प्रस्तावना और आगे की योजना कैसे बनाने है | इसके बारे में विस्तृत जानकारी असम प्रान्त संगठक मीरा दीदी ने दी | उसके पूर्व जनजाति प्रमुखों से जनजातियों में आज तक के काम की स्थिति की जानकारी ली गयी|
4 जनजातियों में 'हो' जनजाति जिसके प्रमुख पुतकर हेम्ब्रम, 'भूमिज' जनजाति के बोनु सिंह सरदार,'महाली' जनजाति के जवाहर महाली और 'संथाल' जनजाति के शिवनारायण बास्के अपनी अपनी जनजाति के आयाम प्रमुखों के साथ उपस्थित थे | कुल उपस्थिति बैठक में 24 लोगों के थी | चारों जनजाति के जनजाति के सम्मेलनों के दिनांक निश्चित हो गए है तथा इसकी आयोजन समिति के लिए बैठकों की दिनांक भी निश्चित हो गए है | बैठक के समापन में प्रान्त संयोजक श्री कालिपद सोरेन और सह प्रान्त संयोजक श्री पुतकर हेम्ब्रम ने बताया के यहाँ एक सुनहरा अवसर है की विवेकानन्द केंद्र जैसे राष्ट्रव्यापी संस्था के माध्यम से हम अपने बंधुओं के बीच जाकर काम कर सकेंगे और जो अभी तक विकास से दूर है वह अपनी संस्कृति से विकास के आयाम को स्पर्श कर सकेंगे | इसलिए हमे थोडा जोर लगाकर और पूरा दम से इस को सफल करने में जुट जाना चाहिए |