12 January 2013 नागपुर - स्वामी विवेकानंद यांच्या १५० व्या जयंतीनिमित्त देशातील विविध शहरांमध्ये मोठ्या प्रमाणावर वेगवेगळ्या कार्यक्रमांचे आयोजन करण्यात आल (१) गुवाहाटी येथे काढण्यात आलेल्या शोभायात्रेत विवेकानंदांची वेशभूषा करून १५० विद्यार्थी सहभागी झाले होते.
"भारत जागो ! विश्व जगाओ !!", स्वामीजी की बात सुनो - उठो ! जागो !! वीर बनों, आज की आनंद की जय विवेकानन्द की, जैसे जोशवर्धक जयघोष से संतरा नगरी गूंज उठी। स्वामी विवेकानन्दजी की 150वीं जयंती पर स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति, नागपुर महानगर की ओर से निकाली गई इस भव्य शोभायात्रा में लगभग 20,000 से अधिक नगरवासी सहभागी हुए, जिनमें शहर के विविध संस्थाओं के 7000 हजार से अधिक कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।
Note : Due to Shobha Yatra of "Gram Daivata" from 11th Jan
to 13th Jan, Swami Vivekananda Shard Shati Samaroh Shobha Yatra held on
6th Jan. 2013 in Solapur.
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दृष्टिक्षेपात शोभायात्रा
४५ शाळा, १0 हजार विद्यार्थी अन् १५ चित्ररथांचा शोभायात्रेत सहभाग
नागपुर। स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति की ओर से नागपुर महानगर के 8 स्थलों पर "संकल्प दिवस" मनाया गया। ज्ञात हो कि 25, 26 तथा 27 दिसम्बर 1892 में स्वामी विवेकानन्दजी ने कन्याकुमारी के समुद्र के मध्य स्थित श्रीपाद शिला पर बैठकर ध्यान किया था। स्वामी विवेकानन्दजी के इस राष्ट्रध्यान की स्मृति में इस दिन को संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया। स्वामी विवेकानन्दजी की 150वीं जयंती पर अधिकाधिक नगरवासी दायित्व लेकर कार्य करें, इस दृष्टि से नागरिकों से भागश: सम्पर्क किया गया ; जिनमें विविध क्षेत्रों में कार्यरत व्यवसायियों, कर्मचारी, विद्यार्थी, शिक्षक तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं का समावेश था। सम्पर्कित नगरवासियों को नागपुर के विविध स्थानों पर आयोजित संकल्प दिन के कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था।
Over 2100 students from 42 schools participated in the competitive examination conducted by Vivekananda Kendra Dombivali Branch. The examination was based on the “Katha Vivekanandanchya” (Marathi) and “Incidents from the life of Swami Vivekananda”, and its prize distribution program was held on 8th December 2012 at Dombivali.
- देशभर में शोभायात्रा
- विदेशों में भी उपक्रम
- 4 करोड़ घरों में सम्पर्क का महाभियान
- 150 पुस्तकों का प्रकाशन
- 3 हजार गांवों में सामूहिक सूर्यनमस्कार
- देशभर में भारत जागो दौड़