गीता जयन्ती के तत्वावधान में विमर्श कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय आनंदराम ढांढानियाँ सरस्वती विद्या मन्दिर के सभागार में किया गया..! विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के महासचिव डी. भानुदास जी द्वारा वर्तमान परिपेक्ष में गीता की प्रसांगिकता विषय पर उद्बोधन दिया गया उनके द्वारा बताया गया कि गीता हमें श्रेष्ठ बनाने का मार्ग प्रदान करता है इसके निष्काम योग से कर्तव्य परायणता का संयोग हमें सफल जीवन देता है परिवार,समाज, राष्ट्र के उत्थान के लिये हमें स्वार्थ से ऊपर उठकर काम करना होगा । भारत के लिये आदर्श त्याग और सेवा की भावना को अपनाना होगा । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शहर के जाने माने चिकित्सक डॉ. एल. के.सहाय जी नेइस अवसर पर कहा कि मानव को सफल होने के लिए गीता में दिए गये उपदेशों का अनुकरण करना चाहिए । प्रान्त संपर्क प्रमुख डॉ. विजय कुमार वर्मा जी ने केन्द्र परिचय देते हुए कहा कि केन्द्र सदैव नैतिकवान एवं सदचरित्र युवा तैयार करता है और केन्द्र से जुड़कर इस राष्ट्र कार्य में योगदान देने क़े लिए आवाह्न किया । नगर प्रमुक डॉ.राजभूषण जी द्वारा अतिथियों का परिचय दिया गया कार्यक्रम का संचालन सह नगर प्रमुख डॉ. संजीव कुमार सिन्हा जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में व्यक्तित्व विकास शिविर में आये महाविद्यालयीन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया । कार्यक्रम में केन्द्र के कार्यकर्ता और नगर के गणमान्य जन उपास्थित रहे...!