महर्षी वेदव्यास जयन्ती के उपलक्ष्य में विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, बिहार-झारखंड प्रांत द्वारा पटना, भागलपुर और राँची विभागों में 'गुरु पूर्णिमा' उत्सव का आयोजन किया गया। विदित हो कि आषाढ़ कि पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा मनायी जाती है जो कि केन्द्र के पञ्च प्रमुख उत्सवों मे एक है तथा ॐ को गुरु का स्थान दिया गया है।
भागलपुर विभाग के तहत भागलपुर नगर में ही 2 जुलाई 2023 को चंपानगर, संस्कार वर्ग मे तथा केन्द्र कार्यालय मे गुरु पूजन किया गया। जिसमे वक्ता स्वरूप आ. प्रो. राज भूषण जी ने मार्गदर्शन किया। अगले दिन 3 जुलाई को करिश्मा कान्वेन्ट स्कूल और सुंदरवती महिला महाविद्यालय में भी गुरु पूर्णिमा उत्सव युवा विद्यार्थियों के बीच मनाया गया जहाँ डॉ विजय कु. वर्मा और डॉ अनुराधा प्रसाद जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
इसी प्रकार बाँका केन्द्र कार्यालय परिसदन रोड, ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल पूर्णिया और कहलगाँव केन्द्र कार्यालय में भी वेद व्यास जी की जीवनी और मा. निवेदिता दीदी (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा) के गुरु पूर्णिमा विषयक पत्र पर चर्चा की गई।
पटना विभाग में केन्द्र कार्यालय पाटलिपुत्र में आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम के वक्ता श्री के. पी. रंजन, निदेशक DNS ने जीवन में गुरु की भूमिका पर प्रकाश डाला। वहीं गया नगर के धर्मसभा भवन, रमना रोड और मथुरासनी मंदिर, जनकपुर में क्रमश: श्री पीयूष कमल सिंह जी और श्री नीरज त्रिपाठी जी ने गुरु पूर्णिमा के बारे में कार्यकर्ताओं को बताया। मुजफ्फरपुर स्थित सृजन बाल बाटिका और जहानाबाद के रविशंकर शर्मा जी के शारदाश्रम में केन्द्र कार्यकर्ताओं ने गुरु पूर्णिमा चिट्ठी पर चर्चा करते हुए यह संकल्प लिया कि गुरु के बताए हुए मार्ग ही चलते हुए अपना जीवन राष्ट्रकार्य के लिए समर्पित कर देंगे।
राँची विभाग में भी बहुत सारे शैक्षणिक संस्थानों में केन्द्र के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा का उसत्व बड़े धूम-धाम से मनाया गया। चांडिल के बिरसा मेमोरियल पब्लिक स्कूल कटिया, राजकीय मध्य विद्यालय चांडिल व मठिया रोड, एस. एस. +2 हाई स्कूल, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोंडी जैसे विद्यालयों में बच्चों ने जाना कि गुरु का महत्व केवल विद्यालय तक ही सीमित नहीं बल्कि पूरे जीवन भर होता है। गुलशन जी, लालन जी, रीतरानी दीदी, प्राचार्या ललिता दीदी के सहयोग से विद्यालयों मे कार्यक्रम सफल हो सका।
राँची नगर के ICFAI विश्व विद्यालय में प्राध्यापकों के बीच में गुरु संदेश की महत्ता पर श्री विकास कु. सिन्हा जी ने प्रकाश डाला तथा कुलपति श्री रमण जी ने प्राध्यापकों से गुरु की भाँति स्वयं को पथप्रदर्शक बनने का आह्वान किया। उसी प्रकार से DAV पुंदाग विद्यालय में भी प्रधानाचार्य श्री सुजीत महोदय और कार्यकर्ता चिराग जी ने बच्चों को गुरु पूर्णिमा के विषय में बताया। पूरे बिहार-झारखंड प्रांत के तीनों विभागों में मिलाकर कुल 10 स्थानों पर 21 कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बच्चों समेत 2365 लोगों की उपस्थिति रही।