विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारीए बिहार-झारखण्ड प्रान्त द्वारा 7 दिवसीय प्रान्तीय कार्यकर्ता परीक्षण शिविर का आयोजन 25दिसम्बर 2017 से 01 जनवरी 2018 तक कुम्हरार पटना स्थित भगवान जगन्नाथ आचार्य प्रशिक्षण संस्थान में किया गया।
शिविर में दिनचर्या जागरण प्रातः 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। शिविर में प्रतिदिन दो बौद्धिक हुए, बौद्धिक के विषय भारतीय संस्कृति, राष्ट्रभक्त स्वामी विवेकानन्द, वर्तमान चुनौतिया, संघठित कार्य, अनुशासन, दिनचर्या और आज्ञापालन, मनुष्य निर्माण से राष्र्ट पुनरुत्थान, कार्य प्रणाली, कार्य पद्धिति, एकनाथजी और शिला स्मारक, केंद्र प्रार्थना, संपर्क तंत्र मंत्र यंत्र, आदर्श कार्यकर्ता पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के द्वारा, जैसे माननीय किशोरजी (सयुंक्त महासचीव), श्री दया शंकर पाण्डेय (प्रान्त सदस्य), श्री मुकेश जी (प्रान्त संघठक बिहार-झारखण्ड), राम चन्द्र आर्य, आदरणीय मोहनजी (क्षेत्रीय कार्यवाह RSS), कुलदीपजी (नगर संघठक - पटना), धरमदासजी (नगर संघठक - भागलपुर), प्रेमनाथ पाण्डेय आदि द्वारा सहभागी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया गया।
प्रत्येक दिवस मंथन में त्यागवृति, ध्येय मार्गानुयात्रा, संघठित रूप से चुनौतियाँ पर प्रतिसाद, परिकृष्ट कार्यकर्ता आदि विषय पर चिंतन-मंथन किया गया। मंथन में विशेष रूप से तीन दिन पुस्तक 'हे हिन्दू राष्ट्र उतिष्ठ जागृत' का पठन रखा गया। नैपुण्य वर्ग में हमारे उत्सव, व्यस्था, प्रकल्प बैठक, प्रकाशन और संस्कार वर्ग(क,ख,ग) आदि विषयों की जानकारी श्री ज्ञानेश्वर शर्मा (नगर प्रमुखए पटना), श्रीकांत जी, श्री संजयजी, आदि द्वारा प्रदान की गई।
इस शिविर का मुख्य विषय हमारी कार्यपद्धति था।, इसीलिए योगासत्र से योग वर्ग और संस्कार वर्ग कैसे हो इसका प्रशिक्षण दिया गया। विविध मंत्रो के अभ्यास पर विशेष जोर दिया गया द्य साथ ही भावार्थ भी बताया गया। शिविर के समापन दिवस पर नगर बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विषय हमारी कार्यपद्धति का संचालन कहाँ और कब से, साथ ही स्वामी विवेकानन्द जयंती पर पुष्पांजलि कार्यक्रमों के माध्यम से संस्कार वर्ग प्रारंभ होना तय हुआ। शिविर के प्रेरणा से पुस्तकालय में गुरु गोविन्दजी के प्रकाश पर्व के अवसर पर उनकी जीवनी का मार्गदर्शन आदरणीय अजित सिन्हा (दयानन्द विद्यालय - मीठापुर के इतिहास शिक्षक) द्वारा किया गया।
शिविर में भागलपुर से ८ भाई, २ बहन, तिलकपुर से २ भाई, १ बहनय, नौघचिया से ४ भाई, पटना से 3 भाई, २ बहन और बरबीघा से ६ भाइयों ने भाग लिया। कुल संख्या 37 रही जिसमें २४ भाई और ०९ बहनें और संचालन टीम में कुल ११ कार्यकर्ताओं की सहभागिता रही।