विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी, शाखा-कांगड़ा और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में विश्व बंधुत्व दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के विश्व बंधुत्व के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना और युवाओं में राष्ट्रीय एकता की भावना जागृत करना था।
दीप प्रज्वलन और अतिथियों के स्वागत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी उत्तर प्रदेश संचालक डॉ. अशोक रैना जी ने शिरकत की। उन्होंने श्री रामकृष्ण परमहंस और नरेंद्र के संवाद को याद करते हुए बताया कि कैसे रामकृष्ण ने नरेंद्र को सम्पूर्ण विश्व को छाया देने और मां का कार्य करने के लिए प्रेरित किया था।
डॉ. रैना ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके शिकागो धर्म संसद में दिए गए भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वामी जी ने विश्व में बंधुत्व का भाव जगाया था। उन्होंने कहा कि आज के समय में जब विश्व में युद्ध और हिंसा की स्थिति है, स्वामी विवेकानंद के विचार और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। हमें उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करना होगा और समाज में बंधुत्व की भावना को बढ़ावा देना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. प्रदीप कुमार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत की संस्कृति और सभ्यता को विश्व पटल पर ला खड़ा किया था। हमें भी अपने आचरण और व्यवहार से अपनी परंपरा और संस्कृति को बचाकर रखना है।
विवेकानंद केंद्र कांगड़ा के नगर प्रमुख डॉ. नवीन शर्मा जी ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ।