योग, मानव के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तरों पर समता, समन्वय और समरसता का संदेश देता है । विवेकानन्द केन्द्र योग को एक जीवन पद्धति मानते हुए अपने विविध आयामों के माध्यम से योग को जीवन से जोड़ने का कार्य करता है़। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर 21 जून पर विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा अपनी नगर शाखाओं, प्रकल्पों के माध्यम से सहयोगी संस्थाओं, स्कूलों, कॉलेजों, हॉस्पिटलों, प्रशासनिक संस्थाओं, पुलिस, सेना, महिला मंडलों, ग्रामीण समुदायों, प्रतिष्ठित समुहों के बीच “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” मनाया गया ।
स्वामी विवेकानन्द कहते है, “योग सिखाता है कि आत्मा है, और इस आत्मा के अन्दर सारी शक्ति है । यह पहले से ही मौजूद है, और अगर हम इस शरीर पर अधिकार हासिल कर सकते है, तो सारी शक्ति सामने आ जाएगी । विवेकानन्द केन्द्र इसी आतंरिक शक्ति के विकास के लिए शारीरिक योग के साथ साथ योग के सैद्धांतिक पक्ष को जीवन में अपनाने पर जोर देता है ।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत के 20 राज्यों के 90 नगर स्थानों/प्रकल्पों मे कुल 531 कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमे माध्यम से 48,484 लोग योग दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए । कई नगर स्थानों में योगमय वातावरण निर्माण के लिए 7-10 दिवसीय योग सत्रों का आयोजन किया गया था जिसमें आयुष मंत्रालय द्वारा प्रदत्त कॉमन योग प्रोटोकॉल के प्रशिक्षण के साथ साथ योग के सैधांतिक पक्ष जैसे अष्टांग योग, योग दर्शन पर स्वाध्याय किया गया । योग, हमारी स्वस्थ्य जीवन शैली का हिस्सा बनें इसके लिए विवेकानन्द केन्द्र सतत प्रयासरत रहते हुए योग सत्रों एवं योग वर्ग का आयोजन वर्ष भर करता है ।