विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित केंद्र परिचय वर्ग का आयोजन अंगीरा आश्रम में रविवार को किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य प्रतिपादित करते हुए विवेकानंद स्टडी सर्किल की संयोजिका विश्वा शर्मा ने बताया कि विवेकानंद केंद्र का प्रमुख उद्देश्य मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान का संकल्प है और इसे केंद्र अपनी विशिष्ट कार्यपद्धति योग, स्वाध्याय एवं संस्ेकार के द्वारा पूर्ण करता है। इस विषय की स्पष्टता को जानने के लिए प्रतिभागियों ने मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान विषय पर मंथन किया तथा मंथन प्रस्तुति के पश्चात् इसकी संकल्पना को स्पष्ट करते हुए प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने बताया कि स्वामी विवेकानंद की शिष्या भगिनी निवेदिता ने मनुष्य निर्माण की प्रक्रिया में केवल विषय का अध्ययन, स्वाध्याय एवं उसका अनुशीलन ही पर्याप्त नहीं माना है अपितु कार्य सिद्धि के लिए तन-मन प्राणपन से कार्य में लग जाना ही भारत को विश्व गुरु बना सकता है। इसके लिए प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने कर्म क्षेत्र में उतरना पड़ेगा। कर्म क्षेत्र की संकल्पना को स्पष्ट करते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में डॉ शर्मा ने बताया कि विवेकानंद केंद्र अगले माह विभिन्न स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों के लिए उठो जागो युवा प्रेरणा प्रतियोगिता का आयोजन विभिन्न महाविद्यालय में करने जा रहा है। इसके लिए महाविद्यालय संपर्क करने के लिए उपस्थित कार्यकर्ताओं ने टीम बनाकर कार्य करने का संकल्प भी लिया।
केंद्र परिचय वर्ग में ‘धर्म के लिए जिएं’ गीत की प्रस्तुति नगर प्रमुख रविंद्र जैन द्वारा की गई। क्रीड़ा योग के रूप में हाथी घोड़ा पालकी, महापुरुष श्रंखला, नचिकेता, पोस्ट ऑफिस खेल क्षितिज तोषनीवाल द्वारा खिलाए गए। केन्द्र परिचय वर्ग में भोजन मंत्र की संकल्पना नितिन गोयल द्वारा स्पष्ट की गई तथा भोजन करने का तरीका एवं उससे जुड़ा हुआ भाव भी बताया गया।
विवेकानंद केंद्र के इस परिचय वर्ग में श्री शिवराज शर्मा प्रांत सह संचालक, श्री सत्यदेव शर्मा विभाग संचालक, श्रीमती कुसुम गौतम विभाग सह संचालक, अंकुर प्रजापति योग प्रमुख, राजरानी कुशवाहा कार्यालय प्रमुख तथा विवेकानंद विस्तार, राम कृष्ण विस्तार, एवं पृथ्वीराज विस्तार से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं ने भी सहभागिता की। केंद्र प्रार्थना से परिचय वर्ग का समापन हुआ।