स्वामी विवेकानन्द ने योग एवं वेदांत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया तथा अपने दर्शन के माध्यम से मुक्ति के चार मार्ग कर्म, ज्ञान, भक्ति एवं राजयोग का संपूर्ण मानव जाति को संदेश दिया। योग से केवल शारीरिक ही नहीं मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक विकास संभव है। विवेकानन्द केन्द्र विगत 46 वर्षों से योग के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक माननीय एकनाथजी रानडे ने योग को विवेकानन्द केन्द्र का प्राण स्वर कहा है। यह भी सुखद संयोग ही है कि एकनाथजी के जन्मशताब्दी वर्ष में ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा की गई थी। उक्त विचार शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर तैयार किए गए योग अभ्यास क्रम फोल्डर के विमोचन के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सामान्य लोगों को योग अभ्यास का उचित क्रम बताने में यह फोल्डर उपयोगी सिद्ध होगा।
केन्द्र के नगर प्रमुख रविन्द्र जैन ने बताया कि विमोचन के अवसर पर विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्राचार्य प्रो. जी. विश्वनाथप्पा थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य अकादमी राजस्थान के सदस्य उमेश कुमार चौरसिया ने की। इस अवसर पर केन्द्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ. स्वतन्त्र शर्मा, सह नगर प्रमुख अखिल शर्मा, योग प्रमुख अंकुर प्रजापति, व्यवस्था प्रमुख नितिन गोयल, लक्ष्मीचंद मीणा, राकेश शर्मा, अमरेन्द्र त्रिपाठी सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। जैन ने बताया कि योग दिवस के अवसर पर यह अभ्यासक्रम सभी योग साधकों को निःशुल्क दिया जा रहा है।