०४ जुलाई को स्वामी विवेकानन्द की पुण्यतिथि पर केन्द्र कार्यालय पर कार्यक्रम हुआ जिसमें ३५ संख्या रही।
इस माह में दो शनिवार केन्द्र कार्यालय पर केन्द्र वर्ग हुआ जिसमें संख्या २३ रही। तीन संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ७५ रही।
अगस्त
४ अगस्त को 'एक भारत विजयी भारत' के महासम्पर्क हेतु सम्पर्क प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया जिसमें संख्या १७ रही।
१४ अगस्त को कश्मीर अतीत, वर्तमान, भविष्य - समस्या और समाधान विषय पर लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में विमर्श आयोजित हुआ जिसमें प्रख्यात कश्मीरी विचारक श्री सुशील पंडित जी का व्याख्यान हुआ एवं जिज्ञासा समाधान भी किया गया। कार्यक्रम की संख्या ४५० रही।
इस माह चार शनिवार को केन्द्र कार्यालय पर केन्द्र वर्ग हुआ जिसमें संख्या ४१ रही। तीन संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ७२ रही।
सितम्बर
८ सितम्बर को संस्कार वर्ग के बच्चों के मध्य शिकागो उद्बोधन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें संख्या २१ रही।
११ सितम्बर को 'विश्व बंधुत्व दिवस' के अवसर पर लखनऊ केन्द्र द्वारा शिकागो सम्भाषण प्रतियोगिता का अंतिम चरण आयोजित हुआ जिसमें मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चन्द्र द्विवेदी जी रहे। कार्यक्रम की संख्या ६०० रही।
इस माह में चार शनिवार को केन्द्र वर्ग हुए जिसमें संख्या ३६ रही तथा तीन संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ६० रही।
अक्टूबर
१६ अक्टूबर से २० अक्टूबर तक स्थानीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कॉपरेटिव मैनेजमेंट में हुआ जिसमें शिविरार्थियों की संख्या २२ एवं कार्यकर्ताओं की संख्या ७ रही। शिविर में स्वामी सुजयानन्द, प्रो. सी.वी वर्मा, डॉ. डी. एन लाल, प्रो. एस. पी त्रिपाठी, डाॅ. शैलजा भट्टाचार्या, प्रो. शीला मिश्रा, प्रो. मृदुला सहाय, प्रो. महेश झा, प्रो. पी. के सिंह, श्री अरूणेन्द्र श्रीवास्तव, श्री अश्विनी जी, सुश्री शोभिता टण्डन एवं श्री दुर्गेश मिश्रा उद्बोधन हुआ।
२० अक्टूबर को भारत परिक्रमा पर निकले हुए श्री थंगाराजा जी का स्वागत लखनऊ में किया गया। अगले दिन २१ अक्टूबर को केन्द्र कार्यालय पर उनका ओजस्वी उद्बोधन हुआ जिसमें केन्द्र के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया ने श्री थंगाराजा जी का इंटरव्यू लिया। तदुपरान्त ग्यारह बाइक एवं दो गाड़ियों की एक रैली केन्द्र कार्यालय से हज़रतगंज तक श्री थंगाराजा जी के साथ गई एवं उन्हें शुभकामनाओं सहित विदा किया।
इस माह तीन शनिवार को केन्द्र वर्ग आयोजित हुआ जिसमें संख्या ३१ रही। इस माह में एक नया संस्कार वर्ग प्रारम्भ हुआ। कुल चार संस्कार वर्ग हुए जिसमें संख्या ६० रही।