विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी पंचकुला शाखा ने स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक शिकागो भाषण की वर्षगांठ पर विश्व बंधुत्व दिवस मनाया। यह कार्यक्रम सेक्टर 12A पंचकुला स्थित भारत विकास परिषद् के सभागार में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में CA अश्वनी मित्तल जी, प्रेजिडेंट रोटरी पंचकुला और वक्ता के रूप में डॉ. निखिल यादव, प्रांत युवा प्रमुख, विवेकानंद केंद्र उत्तर प्रदेश उपस्थित रहे।
डॉ. निखिल यादव ने अपने वक्तव्य में स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके ऐतिहासिक शिकागो भाषण की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस के चरणों में जाकर नरेंद्र नाथ दत्त विवेकानंद बन सके। स्वामी विवेकानंद जी ने भारतीय संस्कृति के मूल आधार "वेद, उपनिषद, श्रीमद भगवद गीता" का प्रचार-प्रसार विश्व भर में किया। उन्होंने भारतीय युवाओं को उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि श्री मित्तल जी ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि रोटरी संस्था भी उनके मार्गदर्शन पर कार्य कर रही है। डॉक्टर सुविक्रम ज्योति जी ने विवेकानंद केंद्र की गतिविधियों जैसे योग वर्ग, संस्कार वर्ग, स्वाध्याय वर्ग आदि की जानकारी दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विवेकानंद केंद्र पंचकूला के संचालक कर्नल कौशल जी ने सभी को स्वामीजी के साहित्य को पढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में पंचकुला के 120 से अधिक सम्मानित नागरिक उपस्थित थे, जिनमें युवा अधिक संख्या में रहे।
स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण ने दुनिया को भारतीय संस्कृति और दर्शन से परिचित कराया था। इस भाषण ने विश्व बंधुत्व के विचार को प्रबल किया और लोगों को एकता और सद्भाव की ओर प्रेरित किया। विवेकानंद केंद्र इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए हर साल विश्व बंधुत्व दिवस मनाता है।
विवेकानंद केंद्र पंचकुला शाखा द्वारा आयोजित विश्व बंधुत्व दिवस का कार्यक्रम एक सफल आयोजन रहा। इस कार्यक्रम ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को लोगों के सामने रखा और उन्हें एकता और सद्भाव की ओर प्रेरित किया।