विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा भिंड द्वारा आयोजित विश्व बंधुत्व दिवस कार्यक्रम में राष्ट्र के डूबते आत्मविश्वास को जगाने पर जोर दिया गया। भिंड कलेक्टर श्री संजीव श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर 1893 को शिकागो में दिए अपने ऐतिहासिक भाषण के माध्यम से न केवल भारत का गौरव विश्व पटल पर फहराया, बल्कि गुलामी की बेड़ियों में जकड़े देशवासियों में नए सिरे से आत्मविश्वास का संचार किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्र पद्धति के अनुसार तीन ओमकार और प्रार्थना के साथ हुआ। मुख्य अतिथि श्री संजीव श्रीवास्तव का स्वागत प्रोफेसर श्री रामानंद शर्मा और नगर प्रमुख श्री श्रवण पाठक ने किया। विशिष्ट अतिथियों में ग्वालियर विभाग प्रमुख श्री उपेन्द्र मिश्रा, प्राचार्य एमजेएस महाविद्यालय श्री राम अवधेश शर्मा और वरिष्ठ व्याख्याता (सेवानिवृत्त) श्री आरएन तिवारी शामिल थे।
कार्यक्रम में केंद्र कार्यकर्ता शिवम त्रिपाठी और अन्य उपस्थित लोगों ने 'आज तन मन और जीवन धन सभी कुछ हो समर्पित' गीत गाकर उत्साहवर्धक माहौल बनाया। नगर प्रमुख श्री श्रवण पाठक ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी संगठन और विश्व बंधुत्व दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद बहन तनु ने स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण का शब्दशः वाचन किया।
विभाग प्रमुख श्री उपेन्द्र मिश्रा ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को युवाओं तक पहुंचाने पर जोर दिया और उनके समावेशी विचारों और सिद्धांतों पर चर्चा की। श्री आरएन तिवारी ने स्वामी जी के जीवन पर प्रकाश डाला और केंद्र कार्यकर्ता श्री गगन शर्मा ने स्वामी विवेकानंद पर आधारित अपनी स्वरचित कविता सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम का समापन केंद्र कार्यकर्ता विकास समाधिया ने शांति मंत्र के साथ किया। इस कार्यक्रम में लगभग 220 लोग उपस्थित थे।