विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा, ग्वालियर एवं भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान के संयुक्त तत्वावाधान में स्वाधीनता के अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में मुख्य वक्ता विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी अखिल भारतीय उपाध्यक्ष पद्मश्री सुश्री निवेदिता दीदी ने कहा कि आज भारतीय परिवार भाषा, भूशा, भजन, भोजन, भ्रमण में अपना मूल विस्मृत कर रहे हैं, यह हमें भारतीय परिवेश में करना होगा। दीदी द्वारा बताया गया कि सनातन रूप से भारत एक राष्ट्र है। राज्य व्यवस्था भले ही अलग-अलग थी पर राष्ट्र के रूप में हम एक जीवमान इकाई रहे हैं। स्वाधीनता का अमृत महोत्सव एक सुअवसर है कि हम भारतीय परिवार व्यवस्था का ‘स्व’ प्रगट करें यह स्व ही भारत को सम्पूर्णता से अभिव्यक्त करेगा। हम अपने स्व को स्मरण करें।
देष की शिक्षा, व्यापार, चिकित्सा, समाज, व्यवस्था सर्वांगीण विकास के लिए थी और एकात्म भाव को जागृत करती थी। गुलामी काल में अंग्रेंजी ने हमें विचार से पराधीन कर दिया और हम आत्म विस्मृति के शिकार हुए। आने वाले 25 वर्ष का काल हम संकल्प पर्व के रूप में मनाएं। संकल्प यह कि हम आरूढ़ करें।
सुश्री निवेदिता दीदी ने कहा कि धर्म भारतीय संस्कृति और भारतीय दर्शन की प्रमुख संकल्पना है। धर्म को जानने के लिए धर्म का पहला अंग आत्मीयता का व्यवहार । हम अपने कर्तव्यों का निभाना ही धर्म है। धर्म का कार्य करना है तो कर्तव्य की पूर्ति करना होगी अगर हम धर्म का पालन श्रेष्टता से करेंगे तो इस देश को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता धर्म पालन करने के लिए हमें कष्टों का भी सामना करना पड़ता है, तभी यह कार्य पूरा होता है। आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसमें सबसे पहले हमें स्वतंत्रता सैनानियों को स्मरण करना होगा। जिस प्रकार से उन्होंने कार्य किया इस प्रकार से ही हमें सोचना होगा कि हम देश के लिए क्या कर सकते हैं। अमृत महोत्सव परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण युग है। जिसका हमें अपने पूरे मनोयोग से सद्उपयोग करना चाहिए।
मुख्य अतिथि के रूप में डीआरडीई ग्वालियर के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. के गनेशन एवं विशिष्ट अतिथि के रूप वेक्ट्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेषक अतुल लड्ढा और विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा के नगर संचालक डॉ. अक्षय निगम उपस्थित थे। जिन्होंने भी इस अवसर पर अपने देश की शिक्षा और आश्रम व्यवस्था पर अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक विजय गुप्ता , आईआईटीटीएस के निर्देशक प्रो. आलोक शर्मा सहित नगर के 300 गणमान्य सदस्य मौजूद रहें। इस अवसर पर सुश्री निवेदिता दीदी द्वारा लिखित इण्डियन कल्चर पुस्तक का विमोचन हुआ। महाराजा होजाई गम्बा एवं टोली द्वारा सरदार ऊधम सिंह पर आधारित जनरल डायर हत्याकाण्ड नाट्य का मंचन किया गया। शांति मंत्र सुरूचि दीदी वन्देमातरम् गीत पियुश तांबे द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम का संचालन केन्द्र प्रमुख यतेन्द्र सिंह और आभार केन्द्र प्रकल्प प्रमुख नितिन मांगलिक जी द्वार किया गया।