संस्कार वह प्रक्रिया है जो बाल मन को सम्पूर्ण जीवन का आधार प्रदान करती है। शिविर में दिए गए संस्कार शिविरार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी। ये विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी, शाखा जोधपुर द्वारा आयोजित आवासीय व्यक्तित्व विकास के समापन समारोह पर मुख्य व्यक्ता राजस्थान प्रान्त संगठक सुश्री प्रांजलि येरिकर ने व्यक्त किये।
शिविर प्रतिवेदन पढ़ते हुए शिविर प्रमुख एन. के. प्रजापत ने बताया कि शिविर के विभिन्न कार्यक्रम नन्हें बालक बालिकाओ के व्यक्तित्व व संस्कार निर्माण में सहयोगी होंगे। शिविर में कुल 147 बालक-बालिकाओं सहभाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्र के विभाग संचालक सी.पी. अरोड़ा ने बताया कि वर्तमान समय मे बालको की न केवल दिन चर्या अव्यवस्थित हुई है वरन भोजन की पौष्टिकता भी समाप्त हो गई है, इस लिए नियमित आहार विहार की आवश्यकता है। केंद्र का यह शिविर उन्हें सही दिशा प्रदान करता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विभाग प्रमुख प्रेम रतन सोतवाल व एम.एल. तंवर थे। शिविर के अनुभव सुनाते हुए शिविरार्थी दामिनी, हरेंद्र, सारांश गोयल व खुशाली ने बताया कि शिविर में बहुत सारी नई बाते सीखी है, जिनका घर पर भी पालन करते रहेंगे।
शिविरार्थियों ने इस दौरान गीता पठन, सूर्यनमस्कार व नाटक का मंचन किया। शिविर गीत "हम है सपूत भारत के" गाकर शिविरार्थियों ने उत्साह प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में जोधपुर शाखा के जीवनव्रती दीपक खैरे व्यवस्था प्रमुख महेश बोहरा, हरि भैया, श्याम मालवीय, विनीत कपूर, मेहुल अरोड़ा, अनमोल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नगर प्रमुख डॉ अमित व्यास ने किया।
*युवा प्रेरणा शिविर का आरंभ*
इस अवसर पर कक्षा 10वी से ऊपर के युवाओं-युवतियों के लिए चार दिवसीय युवा प्रेरणा शिविर का शुभारंभ हुआ जो कि 26 मई तक चलेगा। संवित धाम आश्रम, दईजर में आयोजित इस प्रेरणा शिविर में पर्सनलिटी डेवलपमेंट की विभिन्न गतिविधियों का आयोजन होगा।