नागपुर, मई 15 : विवेकानन्द शिलास्मारक के निर्माता तथा विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी के संस्थापक मा.श्री एकनाथजी रानडे की जन्मस्थली टिमटाला (अमरावती, विदर्भ) में एक दिवसीय "प्रेरणा शिविर" सम्पन्न हुआ।
15 मई, 2016 को संपन्न हुए इस शिविर में टिमटाला, जनुना, खिरसना तथा नीरसाना गांव के 135 युवा, 12 बालक-बालिकाएं और लगभग 40 प्रौढ़ व बुजुर्ग सहभागी हुए। शिविर में विवेकानन्द केन्द्र (विदर्भ विभाग प्रमुख) श्री आनंद बगड़िया, विवेकानन्द केन्द्र नागपुर के सम्पर्क प्रनुख और युवा प्रमुख श्री लखेश्वर चंद्रवंशी अमरावती नगर के संयोजक श्री संजय पाचखेड़े उपस्थित थे।
‘स्वामी विवेकानन्द एवं एकनाथजी के जीवन कार्य’ इस विषय पर बतौर मुख्य वक्ता लखेश्वर चंद्रवंशी ने कहा कि आत्मग्लानि से ग्रस्त भारत में आत्मविश्वास और चेतना की लहर जगानेवाले स्वामी विवेकानन्द के सन्देश हमारे कार्यों का आधार है। स्वामी विवेकानन्द के जीवन के अनेक प्रसंगों को बताते के बाद उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के संदेशों को देशभर पहुंचाने के लिए माननीय एकनाथजी ने विवेकानन्द केन्द्र की स्थापना की। उन्होंने स्वामीजी के समग्र साहित्य से चयनीत संदेशों को “हे हिन्दू राष्ट्र, उत्तिष्ठत! जाग्रत!!” नामक पुस्तिका में संकलित किया। एकनाथजी ने पूरे देश में स्वामीजी के “शिव भावे जीव सेवा” के संदेशों को साकार करने के लिए भरसक प्रयत्न किया। विवेकानन्द केन्द्र शिक्षा, साहित्य, संस्कार, राष्ट्रीय सुरक्षा और भारतीय संस्कृति के संवर्धन के लिए 12 प्रकल्प और अनेक उपक्रम चला रहा है। योग वर्ग, स्वाध्याय वर्ग और संकर वर्गों के माध्यम से देश के सभी आयु वर्गों तक स्वामीजी के सन्देश पहुंचा रहा है।
चंद्रवंशी ने कहा कि आज जब एकनाथजी की जन्मभूमि में इस शिविर का आयोजन हुआ है। यह भी एक प्रेरक अवसर है। इस शिविर में सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित युवाओं, बालकों और गांव के बड़े-बुजुर्गों की उपस्थिति भी इस बात का संकेत है कि यहां विवेकानन्द केन्द्र का कार्य आप सभी के सहयोग से खड़ा होगा। एकनाथजी का जन्म इसी गांव में, टिमटाला में हुआ और आप सभी यहां के निवासी है। यह अपनेआप में गौरव की बात है।
इस अवसर पर श्री आनंद बगड़िया ने कहा कि किसी भी कार्य की शुरुवात प्रेरणा से होती है। स्वामीजी और एकनाथजी हम सभी की प्रेरणास्रोत हैं। कार्य खड़ा करना है तो जरुरी है कि सबसे पहले कार्यकर्ता तैयार हो। कार्यकर्ता श्रद्धा और भक्तिभाव से खड़ा होता है, पर कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण जरुरी है। इस अवसर पर अमरावती नगर के संयोजक श्री संजय पाचखेड़े ने कहा कि हम टिमटाला में विवेकानन्द केन्द्र का कार्य खड़ा करना चाहते हैं। इसके लिए यहां के स्थानीय लोग भी हमारे साथ हैं और आप सभी शिविराथियों का भी यही मानस है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा।
इस शिविर में खेल, गीत और मंथन सत्र के संचालन के लिए विवेकानन्द केन्द्र की शाखा वर्धा के कार्यकर्ता श्री सावरकर, कुमारी प्रियंका अवचट, सुषमा और संजना ठाकरे उपस्थित थे। इस अवसर पर नवल बुक डेपो के संचालक श्री नरेन्द्र झाडे, स्थानीय निवासी श्री जगताप तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। शिविर में टिमटाला के निवासियों ने सभी भोजन कराया।