विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी,शाखा-भागलपुर एवं श्री रामकृष्ण पाठ् चक्र के संयुक्त तत्वाधान में भगिनी निवेदिता जयंती के शुभ अवसर पर भगिनी निवेदिता की भारत भक्ति विषय पर विमर्श का आयोजन किया गया कार्यक्रम में प्रो.अमिता मोइत्रा जी ने विषय प्रवेश करते हुए भगिनी निवेदिता को महान देशभक्त सन्तान की व्याख्या दी।
मुख्य वक्ता स्वामी भावात्मानंद जी सचिव रामकृष्ण मिशन मुजफ्फपुर ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगिनी निवेदिता ने भारतीय जीवन पद्धति से शिक्षा का प्रचार प्रसार किया। साथ ही जब देश की स्वतंत्रता जी बात आई उसमें भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी। वह देश के विभन्न संगठन गरम दल और नरम दल सभी के साथ सामान्य रूप से जुड़ी थी और वो अपने को रामकृष्ण मां शारदा के उद्देश्यों के अनुरूप अपने जीवन को डालने का प्रयास करती रही। स्वामी विवेकानन्द की गुरु भक्ति एवं राष्ट्रभक्ति की तरह ही भगिनी निवेदिता भी पूर्ण रूप से गुरु पथ गामिनी थी भगिनी निवेदिता का आदर्श हम भारतीयों के लिए अनुकरणीय है।