विवेकानन्द संदेश यात्रा के अनुवर्तन में एकदिवसीय *"अमृत परिवार प्रशिक्षण कार्यशाला"* का आयोजन किया गया। जिसमें फुलेरा, जयपुर, अजमेर, किशनगढ़, भीलवाड़ा नगरों से दम्पति परिवारों ने हिस्सा लिया। इसमें..
दिनांक ::- 9 जुलाई 2023
स्थान ::- श्री दादू दयाल जी "भैराणा धाम"
02 प्रांत अधिकारी कुल संख्या 02
17 दम्पति परिवार कुल संख्या 34
02 केवल धर्मपत्नी कुल संख्या 02
05 व्यवस्था कार्यकर्ता कुल संख्या 05
प्रशिक्षण कार्यशाला में कुल उपस्थिति 43 रही।
प्रशिक्षण कार्यशाला का परिचय सत्र शंकर जी ने लिया व मंचस्थ आदरणीय स्वतंत्र भैया ने बताया कि ठाकुर व मां शारदा की साधना स्वरुप अमृत परिवार क्यों आवश्यक है तथा कैसे हमारे परिवारों व संस्कृति पर हो रहे सुनियोजित हमलों से परिवारों व संस्कृति को बचाने में हमारे अमृत परिवार सहायक होंगे।
इसके पश्चात प्रथम व द्वितीय प्रशिक्षण सत्रों में खेलों का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र 3 में "केन्द्र वर्ग" का प्रशिक्षण दिया गया। शिविर गीत लाजवंती दीदी ने लिया।
बौद्धिक सत्र आदरणीय शीतल दीदी ने लिया। जिसमें शिविर प्रस्तावना, कार्य योजना, दायित्व, अनुवर्तन पर प्रकाश डाला। दीदी ने बताया कि कैसे हमारे परिवारों को, संस्कृति को व युवा पीढ़ी को विकृत करने का सुनियोजित षड्यंत्र वैश्विक रूप से चलाया जा रहा है जिसे हमारे अमृत परिवार ही रोक सकते हैं।
दीदी ने इसे
*परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्।*
*धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे।।*
श्लोक के माध्यम से समझाया व बताया कि हम ईश्वर के अवतार की प्रतिक्षा ना करें क्योंकि कलियुग में ईश्वर संगठन में हमारे रुप में ही हैं अतः *"साधु शक्ति का रक्षण, दुष्कृत्य करने वालों का नाश, तथा धर्म की संस्थापना का दायित्व हमारे कंधों पर ही है।* तथा 26-27 अगस्त को होने वाले अमृत परिवार शिविर के लिए दायित्व तथा सूचनाएं दी।