विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा नाशिक के तरफ से दिनांक 19 जनवारी 2014 को आयोजित किया गया भक्तिगीत, निबन्ध स्पर्धा और वक्तृत्व स्पर्धा के सभी विजेताओं को लेके कन्याकुमारी में ‘मिशन कन्याकुमारी’ उपक्रम के अन्तर्गत युवा नेतृत्व विकास शिबीर आयोजन किया गया I
विवेकानन्द केन्द्र शाखा नाशिक के तरफ से 3 जुन से 6 जुन 2014 इस कालावधी में तरुण युवा युवतीओं के नेतृत्व विकास शिबीर आयोजित किया गयाI इस शिबीर में कुल मिलाकर 22 शिबीरार्थी और 7 कार्यकर्ता उपस्थित थे I कन्याकुमारी के शिलास्मारक के साथ लगे हुये समुद्र के किनारे में बसे हुये विवेकानन्द केन्द्र के परिसर के पवित्र वातावरण में ‘मिशन कन्याकुमारी’ उपक्रम के अन्तर्गत आयोजित किये गये इस शिबीर में स्वामी विवेकानन्द के अपेक्षित नेतृत्ववान ‘युवक युवती’ यह इस शिबीर की संकल्पना थीI ‘कोई चलता पदचिन्हों पर, कोई पदचिन्ह बनाता है.....’ यह गीत इस शिबीर का शिबीर गीत रखा गया थाI
इस नेतृत्व विकास शिबीर में रोज योगवर्ग, सूर्यनमस्कार,प्राणायाम, श्रमसंस्कार आदि लिया गयाI बौद्धिक सत्र में ‘युगनायक स्वामी विवेकानन्द’, ‘मा.एकनाथजी व शिलास्मारक’, ‘पार्थसारथी भगवान श्रीकृष्ण’ इस विषय के उपर सत्र लिये गयेI मन्थन सत्र में ‘जगावे कशासाठी ?’, ‘खरे अध्यात्म’, ये दो विषय के अलग विषय के उपर गटचर्चा हुआ और प्रत्येक गण ने इस विषय के उपर अच्छे से सादरीकरण कियाI इसके अलावा विवेकानन्द्पूरम के परिसर में ग्रामोदय उद्यान, Arise Awake! प्रदर्शनी, गंगोत्री में मा. एकनाथजी के निवासस्थान का र्द्शन कियाI कन्याकुमारी में मरुतमलाई पर्वत, शिलास्मारक, और माता कन्याकुमारी देवी की दर्शन सभी शिबीरार्थीओं ने कियाI
गीतसत्र, संस्कार वर्ग, भजन संध्या के अलावा रात की प्रेरणा से पुनरुत्थान में युवक-युवतीओं में आत्मविश्वास लानेवाले प्रेरणादायी कथा, कार्यकर्ता कैसा होना चाहिये? नेतृत्व कैसे करना चाहिये? इसके उपर मार्गदर्शन किया गयाI
मा. एकानाथजी के समाधी में बैठकर सभी शिबीरार्थी ने बहत ही उत्साह से मा. एकनाथजी जन्मशती पर्व में करनेवाले कामों का नियोजन कियाI
दिनांक 6 जुन को शिबीर की समारोप सत्र में मा. अंगीराजजी (मामाजी) ने सभी को मार्गदर्शन किया| समारोप सत्र में विजेता शिबीरार्थीओं को प्रमाण पत्र दिया गयाI