11 सितंबर, 1893 को शिकागो में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद जी के ऐतिहासिक भाषण की याद में प्रतिवर्ष विश्व बंधुत्व दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष भी विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की शिमला शाखा ने इस दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया।
संस्कृत कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के 74 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर मुकेश शर्मा और वरिष्ठ कार्यकर्ता देशराज चड्ढा जी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके योगदान पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्रथम पुरस्कार साक्षी ठाकुर, द्वितीय पुरस्कार परीक्षित और तृतीय पुरस्कार निकिता वर्मा और प्रीति ने प्राप्त किया।
विवेकानंद केंद्र शिमला शाखा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता और भाईचारे की भावना को जागृत करना है। स्वामी विवेकानंद के विचारों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाना और उन्हें देश सेवा के लिए प्रेरित करना इस केंद्र का प्रमुख लक्ष्य है।