11 सितम्बर 1893 को विश्व धर्म महासभा में स्वामी विवेकानन्द जी द्वारा दिया गया अद्वितीय भाषण सभी डिब्रुगढ़ वासी को स्मरण करवाया जा सके, इस दृष्टिकोण से विवेकानन्द केन्द्र डिब्रुगढ़ नगर समिति, विवेकानन्द केन्द्र विद्यालय, आनन्दालय व वीकेवीएपीटी के सहयोग से निम्नलिखित कार्यक्रम विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग समय में आयोजित किया गया।
10 सितम्बर 2017 (रविवार) को विवेकानन्द केन्द्र विद्यालय में वर्ग द्वितीय से दशम् तक के विद्यार्थियों के लिए चित्रांकन, शिकागो भाषण व समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 200 विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
11 सितम्बर 2017 (सोमवार) को प्रातः काल 7 बजे से चौकिडिंगी खेलमैदान से एक सांस्कृतिक शोभायात्रा निकाली गयी जिसका उद्घाटन डिब्रुगढ़ जिला उपायुक्त माननीया लया माद्दुरी, (आई ए एस) ने किया। इस प्रभातफेरी में विविध विद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों अलावा चाय बागान से आनन्दालय प्रकल्प के नृत्य दल, स्थानीय अन्य संगठनों के कार्यकर्ता व आम लोग पूरे उत्साह के साथ अपना सहभाग प्रदर्षन कियें। इसमें भाओना दल, जनजाति समूह, गायन-वादन दल, क्रांतिकारियों और भगवद्चरित्रों के दल विषेष रूप से आकर्षण के केन्द्र बिन्दु रहें।
इसी दिन लाहोवाल काॅलेज में एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में आ० दिगन्त विश्वशर्माजी उपस्थित रहें। प्राचार्य ज्योति प्रसादजी ने बताया कि ऐसा उद्बोधन उनके महाविद्यालय हेतु अभूतपूर्व था। सभा में लगभग 1700 से भी अधिक श्रोतागण उपस्थित रहें।
उसी दिन शाम को 3 बजे से डिब्रुगढ़ जिला पुस्तकालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम व पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। डिब्रुगढ़ नगर समिति की संचालक आ० डाॅ० कुंजलता देउरी बाइदेउ जी ने विश्व भ्रातृत्व दिवस मनाने की गाथा का वर्णन करते हुए सभी को बन्धुत्व की भावना का प्रचार-प्रसार करने के लिए अनुरोध किया। इस कार्यक्रम में सत्रीया नृत्य, भरत नाट्यम्, बरगीत, योग प्रदर्षन, झूमूर नृत्य, बिहू नृत्य, नाटक आदि का प्रदर्षन किया गया। साथ ही साथ गत दिवस संपन्न हुए प्रतियोगिता के विजेता को पुरस्कृत भी किया गया। विश्व बन्धुत्व दिवस समारोह समिति की पर्व प्रमुख आ० मोहिनी देउरी बाइदेउ जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। पुस्तकालय भवन में आयोजित इस अनुष्ठान में लगभग 400 की संख्या में लोग उपस्थित रहें।
12 सितम्बर 2017 (मंगलवार) को डिब्रुगढ़ हनुमानबक्स कानै महाविद्यालय में भी एक उद्बोधनी सभा का आयोजन किया गया जिसके मुख्य वक्ता के तौर पर आ.
दिगन्त विष्वषर्मा जी उपस्थित रहें। प्राचार्य डाॅ. शशिकान्त सइकिया जी ने अन्य महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को बुलाकर भी इस कार्यक्रम से लाभान्वित किया। लगभग 150 से भी अधिक विद्यार्थीगण एवं प्रोफेसर इस कार्यक्रम में उपस्थित रहें।