स्कूली छात्रों के चरित्र गठन का कार्य कर रही विवेकानंद केंद्र दिल्ली शाखा रविवार को विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी, दिल्ली शाखा के अंतर्गत आने वाले चाणक्यपुरी विस्तार द्वारा 6 वर्ष से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन किया । विवेकानंद केंद्र उत्तर प्रांत के प्रांत युवा प्रमुख श्री निखिल यादव ने बताया कि पहली कक्षा से लेकर ग्यारहवीं कक्षा के 70 से अधिक बच्चों ने इसमे भाग लिया। यह शिविर बच्चों के समग्र विकास के लिए आयोजित किया गया था जिसमे शारारिक , मानसिक , भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास पर जोर दिया गया था।(योगाभ्यास, खेल, सँस्कार संवाद, महापुरुषों की कहनी सुनना, चलचित्र, परिचय, भोजन आदि) जिससे हर आयु के बच्चों ने इस आयोजन का भरपूर आनंद भी लिया और संस्कार भी ग्रहण किए।
शिविर का आयोजन विवेकानंद केंद्र, चाणक्यपूरी के खूबसूरत प्रांगण में किया गया, जहाँ का वातावरण बहुत ही सकारात्मक है। आधुनिक कॉन्फ्रेंस हाल में बच्चों को माननीय एकनाथ रानाडे जी के प्रयासों द्वारा विवेकानंद शिला स्मारक के बनने की कहानी का प्रदर्शन किया गया। सभी बच्चो को शिला स्मारक के बारे में रोचक जानकारी मिली और इस विषय पर उन्होंने प्रश्नों के उत्तर भी दिए। अलग अलग प्रकार के शुद्ध भारतीय खेल बच्चों को सिखाए-खिलाए गए जिसका सबने आंनद लिया। बच्चों को भगिनी निवेदिता के जीवन चरित्र पर कहानी सुनाई गई और उनके तपस्वी जीवन की महत्ता को सबने याद किया। सात्विक और स्वादिष्ट नाश्ते एवं दोपहर के भोजन का बच्चों ने उपस्थित अभिभावकों सहित आनंद लिया।
एक प्रतिभागी के अभिभावक ने बताया की कल की गतिविधियों को देख कर आभास हुआ की इस इंटरनेट-मोबाइल युग मे बच्चो के मानसिक, शारिरिक और चारित्रिक विकास के लिए इस तरह के क्रिया कलापों के आयोजन एवं प्रशिक्षण की आज अत्यंत आवश्यकता है। क्योंकि आज की शिक्षा व्यवस्था से बच्चो को इस प्रकार के संस्कार नही मिल पा रहे हैं। मैं अयोजन मंडली और विवेकानंद केंद्र को इस सुंदर और सफल आयोजन के लिए बधाई देता हूँ और भविष्य में भी इस प्रकार की गतिविधियों को करने के लिए निवेदन करता हूँ।