रांची, विवेकानन्द केन्द्र, कन्याकुमारी के निर्देशन में स्वामी विवेकानन्द सार्घषती समारोह समिति झारखंड द्वारा स्वामी विवेकानन्द की 150वीं जयन्ती के अवसर पर आज राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम से पूरे वर्ष भर तक चलने वाले कार्यक्रमों का विधिवत उद्घाटन किया गया। इसी क्रम में झारखण्ड के गांव-गांव तक प्रभात फेरी एवं षोभा यात्रा निकाली गई है।प्रातः 7 बजे से ही 15 स्थानों से षोभा यात्रा निकालना प्रारंभ हुआ जिसमें माताओं-बहनों, समाज के प्रबुद्धजनों के साथ विद्यालयों के बच्चे बहुत बड़ी संख्या में सम्म्लित हुऐ। राँची के सभी दिशाओं से शोभा यात्राएं निकलकर 10 बजे से मोरहाबादी मैदान में एकत्र होना प्रारंभ हो गया। आयोजन समिति के लोगों ने षोभा रथ बनाकर मोटर साइकिलों एवं चारपहिया बाहनों के साथ षोभा यात्रा षहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए मोरहाबादी मैदान में एकत्र हुये।षहर के लगभग सभी मार्गो से निकलते हुए ये षोभायात्रा लोगों के आर्कषण के मुख्य केन्द्र थे। कुछ कार्यकर्ता स्वमी विवेकानंद जी के आकृति में लोगों को अभिभुत कर रहे थें। लगभग 11:00 बजे कार्यक्रम की विधिवत उद्घाटन समारोह समिति के संरक्षक मा. सिद्विनाथ सिंह, अध्यक्ष श्री हिमाषुं कुमार मेहता एवं आर.एस.एस. के क्षेत्र प्रचारक श्री स्वांतरंजन जी के द्वारा भारत माता पूजन व स्वामी जी केचित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। उपरोक्त अतिथियों के अलावा मंच पर विकास भारती के सचिव श्री अषोक भगत, सेवा भारती के प्रदेष अध्यक्ष श्री ओमप्रकाष केजरीवाल, श्री जेठा नाग,श्री रामाकांत राय, श्री प्रेम अगवाल, श्री एम.पी. सिंह ,डा. आनंद भूषन एवं श्री पवन मंत्री उपसिथत थे। उपस्थित पदाधिकारियों का परिचय श्री हरिनारायण यादव
ने करवाया। कार्यक्रम की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए श्री विनोद गडियान ने कहा कि -25 दिस.12 को संकल्प दिवस के साथ आज स्वामी जी के 150 वी जयंती के अवसर पर सालभर तक अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा।
स्वामी जी जिस भारत की कल्पना को साकार करने का स्वप्न देखा करते थें उसे मूर्तरूप प्रदान करने हेतु एवं समाज में जागरण हो,समाज स्वामी जी के आदर्शो को आत्म सात कर सके इसके लिये अनके प्रकार के कार्यक्रम पुरे साल समाज के सहयोग से किया जायेगा जिसका आज उद्घाटन हुआ ।आज इस पकार के कार्यक्रम झारखंड के लगभग 30,000 गांवों में प्रभात फेरी एवं कार्यक्रमों के माघ्यम से प्ररंभ की गया है ।विवेकानन्द जी के राष्ट्रीय विचारों का प्रचार-प्रसार समाज के हर वर्ग तक हो इस निमित्त पूरे कार्यक्रम को पाँच आयामों में बांटा गया है। युवा वर्ग के लिए - युवा षक्ति, समाज के संभ्रात एवं विवेकषील लोगों के लिए - प्रबुद्ध भारत, ग्रामीण लोगों के लिए- ग्रामायण, बहनों एवं माताओं के लिए - संबर्द्धिनी एवं जनजातीय समाज के साथ कार्य करने के लिए - अस्मिता नाम से वर्ष भर कार्यक्रम चलते रहेंगे।
वर्ष भर में चार केन्द्रीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें। आज 12 जनवरी, 2013 (स्वामी विवेकानन्द जयन्ती) - गांव-गांव तक विषाल ष्षोभा यात्रा एवं उद्घाटन समारोह। 18 फरवरी, 2013 - सामूहिक सूर्य नमस्कार महायज्ञ। 11 सितम्बर, 2013 (स्वामी जी द्वारा षिकागो विष्व धर्म सभा में ऐतिहासिक भाषण) - भारत जागो दौड़। 12 जनवरी, 2014 - भव्य समारोह समापन। इस प्रकार पूरे साल तक चलने वाले कार्यक्रमों के बारे में बताया गया।अध्यक्षीय भासन समारोह समिति के अध्यक्ष एवं झारखंड उच्च न्यायालय के वरिस्ठ अध्विक्ता श्री हिमाषुंकुमार वर्मा तथा स्वामी जी के जीवन पर आधारित एक भावविभोर कर देने वाली कविता ‘‘ हम भारत माता की संतान’’ श्री हश्केष जी के द्वारा गाया गया। स्वामी जी का प्रसिद्व शिकागो भासन का भी वाचन इस दौरान आर्कषन का केन्द्र रहा।लगभग दो हजार नगरिको की उपस्थिति में यह कर्यक्रम अत्यन्त प्रेरणदयी रहा । मंच संचालन श्री अखिलेष जी तथा इस कार्यक्रम के सफल संचालन में श्री रषिंकर कुमार,श्री राकेष षुक्ला,श्री बाल भगवान सिंह, श्री रामलखन महतो, श्री रामावतार नारसरिया, डा। प्रदीप कुमार सिन्हा, श्री दीनदयाल सिंह, श्री अमरनाथ झा, श्री षत्रुध्न सिन्हा, श्री मनसु महतो, डा. आर. बी. पाठक, श्री
विजय वत्सल, श्री गहतेष कुमार, श्री प्रशांत पाण्डेय सहित अनेंक लोगों की भूमिका प्रषंसनीय रही ।