विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी बिहार झारखंड प्रांत द्वारा स्थानीय बुधिया सरस्वती विद्या मंदिर मोरावादी राँची में प्रान्तीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया ।
इस शिविर का विषय एक-एक को ह्रदय लगाकर विराट शक्ति प्रगटाई रखा गया वो इसलिए क्योंकि ये वर्ष विवेकानंद शिलास्मारक का 50 वर्ष एक भारत-विजयी भारत महासंपर्क कार्यक्रम का चल रहा है जिसके अंतर्गत अधिक से अधिक जन को संगठन के कार्य से जोड़ना हैं शिविर में विषय क्रमश: राष्ट्रभक्त स्वामी विवेकानंद,हमारे पंच प्रेरणा स्रोत(ॐ कर प्रणव मंत्र एवं भारतमाता-),मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनुरुत्थान,राष्ट्र के समक्ष चुनौतियां, संगठित कार्य की आवश्यकता,विवेकानंद शिला स्मारक एवं एकनाथजी,केन्द्र प्रार्थना, कार्यपद्धती और कार्यप्रणाली, संपर्क तंत्र-मंत्र- यंत्र और आदर्श कार्यकर्ता के गुण, प्रो०चंद्रकांत शुक्ल,प्रो० सच्चिदानंद,डॉ. शिवशंकर प्रसाद,डॉ. ज्योतिका श्रीवास्तव,विजय घोष,धर्मदास सिंह,डॉ. विजय कुमार वर्मा,आ.रविशंकर प्रसाद(प्रान्त प्रचारक, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ झारखण्ड प्रान्त ) जी द्वारा मार्गदर्शन किया गया। आहुति सत्र आ.मुकेश जी(प्रान्त संगठक)द्वारा किया गया जिसमें कार्यकर्ताओं से समयदान के लिए आव्हान किया गया इसमें 13 कार्यकर्ताओं द्वारा क्रमशः अल्पकालीन,छात्रवासी,सेवाव्रती कार्यकर्ता का संकल्प लिया गया।
शिविर में कार्यपद्धति के संचालन पर विशेष ध्यान दिया गया। शिविर के नैपुण्य वर्ग सत्र में विषय क्रमशः संस्कार वर्ग क्यों और कैसे,बैठक, कार्यरचना और कार्य व्यवस्था,प्रकल्प और अभियान,हमारे उत्सव आदि विषयों को कार्यकर्ताओं के सामने स्पष्ट किया गया। रात्रिकालिन सत्र प्रेरणा से पुनरुत्थान में भगवान विरसा मुण्डा के चरित्र पर डॉ०ललन कुमार शर्मा जी(सह संयोजक एकल अभियान ) ने प्रकाश डाला गया शिविर की कुल उपस्थिति 29 रही जिसमें सहभागी कार्यकर्ता 18,भाई-14,बहिन-4 एवं संचालन+व्यवस्था चमू में 11 कार्यकर्ताओं की सहभागिता रही। इस शिविर की विशेष बात ये रही कि राँची नगर में प्रथम शिवीर का आयोजन हुआ साथ ही प्रत्येक दिवस शिविर दर्शन हेतु नगर के गणमान्य जनों (लगभग 50-60) का आना हुआ। विशेष उपस्थिति आ०मुकेश कीर(प्रान्त संगठक),आ०विजय कुमार वर्मा(प्रान्त सम्पर्क प्रमुख) एवं श्री राहुल किशोर राय(पटना नगर प्रमुख) की रही।