विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक माननीय एकनाथ रानाडे जी के जन्मदिन १९ नवंबर पर पूरे भारत में १०० स्थानों पर उन पर बनी फिल्म 'एकनाथ - एक जीवन एक धेय्य' का प्रदर्शन किया गया और लखनऊ में इसका प्रदर्शन आइनॉक्स सिनेमा में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय राज्यपाल श्री रामनायक जी ने पूज्यनीय एकनाथ जी को एक दृढ़ संकल्पों वाले असम्भव को सम्भव करने वाले कलयुग के हनुमान कह कर उनकी स्मृति को प्रणाम करते हुए बताया कि संघ में ये बात प्रचलित थी कि यदि कुतुम्बमीनार को भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना हो तो वह कार्य केवल एकनाथ जी ही कर सकते थे। संघ को पूर्ण रूप से समस्त कार्य प्रणाली देने वाले एकनाथ जी ही थे। उन्होंने बताया कि जब भी एकनाथ जी मुम्बई आते थे तो मुझे उनके साथ रहने का सौभाग्य मिला और जिससे मैंने बहुत कुछ सीखा। जब वे विवेकानन्द शिला स्मारक के कार्य में व्यस्त थे तो मैंने भी उनके साथ काम किया है और इस पर मुझे गर्व है। आज उनके जीवन पर बनी फिल्म देखने का मुझे अवसर दिया इसके लिए विवेकानन्द केन्द्र को बहुत बहुत धन्यावाद। विशेष उपस्थिति में उत्तर प्रदेश के अपर महाधिवक्ता रमेश सिंह,उत्तर प्रदेश के राष्टीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक(पूर्वी) माननीय श्री शिवनारण जी,डॉ. दयानन्द लाल लखनऊ केंद्र के संचालक के साथ 325 गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे।