विवेकानन्द केन्द्र के उठो जागो युवा प्रेरणा सम्मेलन का समापन में मा. उमेषजी चोरसिया ने बताया की स्वयं में विष्वास ही आस्तिकता है आस्तिकता की परिभाषा में नित्य पूजा पाठ करना या अंधश्रद्धाभक्ति नहीं है अपितु स्वयं में विष्वास रखना ही आस्तिकता होती है।
आज भारत की युवा पीढ़ी इतनी सामथ्र्यवान है कि अमेरिका जैसे देष को भी उससे डर लगता है। विवेकानन्द ने युवा पीढ़ी के आह्वान कि चरित्रवान युवा ही अपनी आध्यात्मिकता के बल पर संपूर्ण विष्व को जीत सकता है, इसके लिए युवाओं को शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक रूप से सषक्त बनना होगा। आज पूरी दुनिया ब्लू व्हेल गेम से चिंतित है किंतु इस खेल में फंसने वाले वे ही युवा या बच्चे हैं जो मानसिक रूप से कमजोर हैं और जिनमें आत्मबल की कमी है इसलिए आत्मविष्वास जगाने के लिए विवेकानन्द केन्द्र जैसे संगठनों से जुड़ने की आज आवष्यकता है। उक्त विचार हिन्दी साहित्य अकादमी के सदस्य उमेष कुमार चैरसिया ने ‘आध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन’ विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा रविवार को राजकीय महाविद्यालय, अजमेर में आयोजित ‘उठो जागो युवा प्रेरणा सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
नगर प्रमुख रविन्द्र जैन ने बताया कि सम्मेलन में युवाओं द्वारा भारत के समक्ष वर्तमान चुनौतियाँ एवं उनका समाधान विषय पर मंथन किया तथा समाधान प्रस्तुत किया। प्रस्तुतिकरण में नीरज चैधरी, श्वेता गुप्ता, प्रद्युम्न गौड़, कमल सिंह पंवार, प्रफुल्ल सिंह, आरती सचनानी, मयंक जैसवाल, पुखराज तंवर, हितेष बागडोरिया तथा रोहित कुमार ने अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर उठो जागो युवा प्रेरणा प्रतियोगिता में महाविद्यालय स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्रों को पुरस्कृत किया गया। इनमें महिला आईटीआई की सरोज चूरा, वर्षा कुमावत, जयश्री चिन्टा, सम्राट पृथ्वीराज चैहान राजकीय महाविद्यालय से गजेन्द्र सिंह, आर्यन काॅलेज के हितेष, राजकीय उच्च अध्ययन संस्थान की आरती सचनानी, प्रफुल्ल सिंह, अंकार चैधरी, विष्वविद्यालय के योग विभाग की अनिता लालवानी उपस्थित थे। पुरस्कार प्रदान करने में सुषमा श्रीवास्तव, यषोदा मेणीवाल, बीना रानी, शकुंतला बाघमार व कुसुम गौतम ने सहयोग प्रदान किया।
युवा प्रेरणा सम्मेलन में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने श्रंखला निर्माण, तिलक ताली तथा जलयान दौड़ खेल खेले। एक्षन गीत का संचालन सुरेष लामा ने किया। निर्माणों के पावन युग में गीत की प्रस्तुति विष्वा शर्मा ने दी। केन्द्र परिचय अंकुर प्रजापति द्वारा दिया गया तथा कार्यक्रम का संचालन याषिका यादव ने किया। नगर प्रमुख ने बताया कि इस युवा प्रेरणा सम्मेलन के पश्चात् पांच दिवसीय आवासीय युवा प्रेरणा षिविर का आयोजन आगामी 27 सितंबर से श्रीचन्द्रनाथ आदर्ष विद्या मंदिर, नसीराबाद में आयोजित किया जाएगा जिसमें अजमेर के विभिन्न महाविद्यालयों से 40 युवाओं ने पंजीकरण कराया है।