11 सितम्बर गुडग़ांव द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में विवेकानंद विचार केंद्र कन्याकुमारी की ओर से विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम युवा भारत का आयोजन किया गया। 11 सितम्बर से प्रेरणा ली होती तो दूसरा 11 सितम्बर नही होता विनय प्रताप सिंह हम जाति बिरादरी में बंटे है। यूनीवर्सल भाईचारा से पहले हमे लोकल भाईचारा पर बात करने पडेगी। स्वामी जी ने 11 सितम्बर 1893 को शिकागो में भाषण देते हुए विश्व बन्धुत्व पर जोर दिया था। आज देश को बडी आवश्यकता है इस भावना पर चलने की। हम बात बात पर बटें जाते है। उपरान्त बाते अतिरिक्त जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय राधाकृष्णन सर्वपल्ली सभागार में प्रकट की। वे विश्व बन्धुत्व दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम ववेकानंद विचार केंद्र कन्याकुमारी के तत्वाधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो समिधा शिक्षा ने की। विशिष्ठ अतिथि के रुप मेे ईप्सा डे केयर की संस्थापिका कचंन मित्तल व राजकीय महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा प्रताप सिंह जी ने मंच को संबोधित किय। मुख्य वक्ता के रुप में रेवाडी से आये अधिवक्ता रणजीत सिंह ने इस विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर युवा भारत प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजिन किया गया। इसमे तीनो राजकीय महाविद्याय के छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में प्रथम पकंज दिृतीय दिगविजय व त्रतीय प्रतीक रहे। इन्हे क्रमश 2100, 1100, व 500 रुपये का नगद पुरस्कार व स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। मंच का सचांलयक डा सुनीता यादव ने किया।
शान्ती पाठ व कल्याण मन्त्र सगीता शमा ने वाचन किया। शिकागो नें दिये गये भाषण का बाचन निशा ने किया। कार्यक्रम की सारी व्यव्स्थाएें दया गुप्ता, मधु तिवारी, अशोक धोरएे,अमित,मुकेश, श्रतु गोयल ने सभांली।