विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा लखनऊ द्वारा 8 नवम्बर को एक दिवसीय ‘किशोरी विकास शिविर’ का आयोजन किया गया। लखनऊ विश्वविद्यालय के कैलाश महिला छात्रावास के प्रांगण मे आयोजित कार्यशाला मे 7 महिला महाविद्यालय एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के 20 विभागों की 85 छात्राओं ने कार्यशाला में भाग लिया। लखनऊ केन्द्र के कार्यकर्ताओं एवं महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय के प्रोफेशर भी लगभग 30 की संख्या मे कार्यशाला मे सम्मिलित हुवे।
कार्यक्रम का उद्घाटन लखनऊ विश्वविद्याल के कुलपति प्रो. एस.बी. निमसे तथा विवेकानन्द केन्द्र के लखनऊ महानगर शाखा के संचालक श्री दयानन्द लाल(आइ.एए. एस.) ने किया। उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता प्रो. शैलेंद्र नाथ कपूर,पूर्व विभागाध्यक्ष प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय थे। उद्घाटन सत्र मे लखनऊ विश्वविद्याल चीफ प्रोवोस्ट प्रो. आर.के.सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.अनिल शुक्ला,कैलाश छात्रावास की प्रोवोस्ट प्रो. शीला मिश्रा,बॉटनी विभाग की प्रो.रत्ना कटियार आदि मुख्य गणमान्य महानुभावों की उपस्थिती रही।
उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता प्रो. शैलेंद्र नाथ कपूर ने भारतीय नारी के गौरवपूर्ण इतिहास के अनेक उदाहरण प्रस्तुत करते हुवे वर्तमान परिप्रेक्ष्य मे उसकी प्रासंगिकता को अति आवश्यक बताया। प्रो. कपूर ने स्वामी विवेकानन्द एवं सिस्टर निवेदिता से संबन्धित अनेक प्रसंगों को बताते हुवे कहा कि आज की नारी को इनसे प्रेरणा प्राप्त करनी चाहिए। इससे उनको मार्गदर्शन एवं जीवन का उदेश्य प्राप्त होगा।
माननीय कुलपति ने अपने उद्बोधन मे आभार जताया की विवेकानन्द केन्द्र इसप्रकार का कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कर रहा है। माननीय कुलपति ने इस प्रकार के कार्यक्रमों को भविष्य मे भी करते रहने का आग्रह किया। लखनऊ केन्द्र के संचालक माननीय श्री दयानन्द लाल जी ने उद्घाटन सत्र के सभी अतिथियों को धन्यबाद ज्ञापन करते हुवे कहा की केन्द्र की लखनऊ शाखा युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानन्द के दर्शन पर आधारित व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र पुनरुउत्थान के कार्यक्रमों को संचालित करता रहेगा।
कार्यक्रम का दूसरा सत्र समूह चर्चा का था। व्यक्तित्व विकास पर चर्चा हेतु अनुसूइया,गार्गी,सावित्री,शारदा,निवेदिता नाम के पाँच गणों का गठन किया गया। समूह चर्चा का विषय डॉ. राखी खरबन्दा,लखनऊ महानगर दक्षिण की संचालिका ने प्रस्तुत किया। डॉ.श्वेता तिवारी,सुश्री माहेश्वरी मिश्रा,श्री अरुनेन्द्र श्रीवास्तव,श्री प्रमोद सक्सेना, श्री शिवपूजन,अश्वनी ने गण प्रमुख के रूप मे चर्चा को संपादित कराया। सभी गणों मे योगाभ्यास,प्राणायाम भी कराया गया।
कार्यक्रम के समापन सत्र मे मुख्य वक्ता श्रीमती सुतापा(IPS) पुलिस महानिदेशक महिला प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश पुलिस थी। सुतापा जी ने नारी को अपनी आंतरिक शक्तियों को जागृत करने की आवश्यकता पर बल दिया। स्वामी विवेकानन्द के विचारों के अनुसार नारी शक्ति जागरण हेतु प्रयास करने का संकल्प भी दिलाया। समापन सत्र मे श्री दयानन्द लाल,संचालक लखनऊ केन्द्र ने केन्द्र की गतिविधियों से शिविरर्थियों एवं अतिथियों को परिचित कराया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शीला मिश्रा ने दिया।
योजना स्वरूप एक स्वाध्याय मण्डल का गठन किया गया जिसमे रुचि रखने वाले विद्यार्थी दीपावली बाद प्रत्तेक रविवार को सम्मिलित होंगे समूह चर्चा के साथ-साथ योगाभ्यास करेंगे।