Skip to main content
ekbharat-vijaybharat-rajasthan-2019

 स्मारक के संस्थापक एकनाथजी रानडे का जीवन हमें इस बात के लिए प्रेरित करता है कि जीवन में कठिनाइयों के सामने कभी झुकना नहीं है और एक से एक जुड़ते हुए संगठन बनाते हुए आगे बढ़ते जाना है यही विचार आज पूरे देश में विवेकानंद केन्द्र विवेकानन्द शिला स्मारक के 50 में वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर प्रचारित प्रसारित कर रहा है उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के प्रकाशन समिति के सदस्य तथा राजस्थान साहित्य अकादमी के सदस्य श्री उमेश कुमार चौरसिया ने शिला स्मारक के संपर्क अभियान के अवसर पर सीनियर सिटीजन ग्रुप 3 की बैठक में व्यक्त किए।

“Ek karanji molachi”( One invaluable Karanji –a Diwali sweet delicacy ) viVekananda_kendrA Fri, 21/12/2018 - 18:26
Ek karanji molachi

With the intention of fulfilling the social obligation, the volunteers of Kendra come together for bringing happiness in the life of those belonging to forest and mountainous regions hence deprived of the basic facilities and other developments and of course away from the pompous celebrations of Diwali.

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा भागलपुर द्वारा माननीय एकनाथ जी जयन्ती मारवाड़ी महाविद्यालय के सभागृह में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया इस अवसर युवा सम्मेलन का आयोजन भी किया गया कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में  प्रान्त बिहार-झारखंड सम्पर्क प्रमुख आ. विजय वर्मा  उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय प्रभारी दीपो मेहता द्वारा की गई !

Subscribe to Eknathji Rande

Get involved

 

Be a Patron and support dedicated workers for
their YogaKshema.

Camps

Yoga Shiksha Shibir
Spiritual Retreat
Yoga Certificate Course

Join as a Doctor

Join in Nation Building
by becoming Doctor
@ Kendra Hospitals.

Opportunities for the public to cooperate with organizations in carrying out various types of work